इस कॉलेज से सच हुए सपने..अब लौटाने की बारी हमारी है
एक अच्छी पहल डीएन डिग्री कॉलेज में हुई है। कॉलेज के पुरातन छात्रों ने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए खुलकर दान दिया। पुरातन छात्र सम्मेलन में पुरातन छात्रों के सहयोग से करीब पांच लाख रुपये फंड में एकत्रित हुए।
जागरण संवाददाता, मेरठ । एक अच्छी पहल डीएन डिग्री कॉलेज में हुई है। कॉलेज के पुरातन छात्रों ने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए खुलकर दान दिया। पुरातन छात्र सम्मेलन में पुरातन छात्रों के सहयोग से करीब पांच लाख रुपये फंड में एकत्रित हुए। समारोह में पुरातन छात्रों ने कॉलेज में गुजारे पुराने दिनों की यादों को भी साझा किया। कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने स्वागत में नृत्य भी किया।
शनिवार को पुरातन छात्र सम्मेलन में पूर्व छात्र व पूर्व डीजी इंटेलीजेंस और रॉ में उच्च पदों पर कार्यरत रहे अनिल कुमार शर्मा ने 44 साल पहले कॉलेज में बिताए पलों को याद किया। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर न्यायाधीश डा. सतीश चंद्रा ने कहा कि 48 साल बाद कॉलेज में आने मौका मिला। कॉलेज के दिनों की शरारत को याद किया। चौ. चरण सिंह विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने बताया कि 10वीं से पीएचडी तक उन्होंने डीएन कॉलेज में पढ़ाई की। डीएन कॉलेज में पढ़ाई का अलग वातावरण था। उस जमाने के मुकाबले आज शिक्षक अपने शिष्य को उतना नहीं दे पाते हैं। इसके विषय में सोचना चाहिए। उन्होंने एल्युमिनाई फंड बनाने की तारीफ करते हुए कहा कि कॉलेज और समाज ने पुरातन छात्रों को जो दिया है उसे लौटाना चाहिए। अध्यक्षता अवैतनिक मंत्री सेठ दयानंद गुप्ता ने की। प्राचार्य डा. बीएस यादव ने सभी का स्वागत किया। डा. युद्धवीर सिंह, अतुल गुप्ता, डा. मनोज सिंह, डा. सुधीर गुप्ता, डा. अशोक राठी, डा. तनुज कुमार, डा. विकास अग्रवाल, यशपाल सिंह, विश्व मोहन नौटियाल, अंकित चौधरी सहित अन्य पुरातन छात्र और वर्तमान छात्र मौजूद रहे। अब धूप में न बैठे :डा. बालेंदु
पुरातन छात्र पदमश्री वैद्य डा. बालेंदु भूषण ने बताया कि रविवार को वसंत पंचमी है। वसंत को वैद्य की मा कहा जाता है। जब यह ऋतु आती है तो बहुत से रोग पैदा होते हैं। ऐसे में ठीक से खाने, ढंग से रहने पर डाक्टर की जरूरत नहीं पड़ेगी। वसंत पंचमी के बाद अच्छी लगने वाली धूप में नहंी बैठना चाहिए। दिन में बिल्कुल सोना भी नहीं चाहिए। गर्म पानी का सेवन करें। इसके साथ कसरत करें, स्वस्थ रहेंगे। कसरत तब तक ही करें जब तक नाक से सास आ रहा है। मुंह से सास आ जाए तो फिर न करें। अंग्रेजी और कंप्यूटर सीख लें
पंजाब कैडर में आइपीएस और रॉ में उच्च पदों पर कार्यरत रहे अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि आजकल युवाओं का प्रशासनिक सेवाओं से मोह भंग हो रहा है। इसका कारण जानने की जरूरत है। मेरठ, बुलंदशहर और आसपास के छात्रों को बाहर निकलना चाहिए। कुछ जिलों में ही दुनिया नहीं है। गांव में प्रतिभा बहुत है। अगर अंग्रेजी और कंप्यूटर साइंस पर पकड़ बना लें तो दुनिया में बहुत आगे निकल सकते हैं। छात्रों को 12 वीं के बाद ही तय करना चाहिए कि आगे किस क्षेत्र में करियर बनाना है। नौ छात्रों को गुरुदक्षिणा
कॉलेज के एक पूर्व छात्र मो¨हदर लाल नैय्यर के 10 लाख रुपये के ब्याज से शुरू गुरु दक्षिणा में नौ छात्र-छात्राओं को पांच-पांच हजार की स्कालरशिप दी गई। कॉमर्स विभाग से आचल गुप्ता, केमेस्ट्री विभाग से प्रिया तोमर, कंप्यूटर साइंस से आचल, अंग्रेजी विभाग से तोषी, बॉटनी से रितु शर्मा, फिजिक्स विभाग से तोमिश प्रजापति, डिबेट में अंकुर कौशिक, मैथ में प्रियंका गोयल, स्पोर्ट्स में फैसल खान को चेक और प्रमाणपत्र मिला ।