टोल प्लाजा पर सेंसर में कमी और गलत चस्पा फास्टैग से आ रही दिक्कत
सिवाया टोल प्लाजा पर लगे सेंसर में कमी के चलते वाहनों के फास्टैग कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। इसके कारण राहगीरों को फास्टैग की लेन में भी काफी देर तक रुककर निकलना पड़ रहा है।
मेरठ, जेएनएन। सिवाया टोल प्लाजा पर लगे सेंसर में कमी के चलते वाहनों के फास्टैग कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। इसके कारण राहगीरों को फास्टैग की लेन में भी काफी देर तक रुककर निकलना पड़ रहा है। वहीं, जिन गाड़ियों के शीशे पर बाहर की ओर फास्टैग चस्पा हैं, वो फास्टैग भी सेंसर से कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में हैल्ड हैंड मशीन से फास्टैग चेक किए जा रहे हैं। सुविधा के लिए फास्टैग की व्यवस्था हुई थी, मगर उसके बावजूद फास्टैग लगे वाहनों को भी टोल पर ठहरकर निकलना पड़ रहा है।
फास्टैग की व्यवस्था लागू होने के बाद ऑनलाइन और सिवाया टोल प्लाजा पर कई कंपनियों के स्टॉल से फास्टैग कार्ड बिक्री शुरू की गई। बहुत से कंज्यूमर अपनी गाड़ी को टोल पर ले जाकर फास्टैग बनवाकर वहीं शीशे के अंदर चस्पा करा रहे हैं। जबकि जिन लोगों ने ऑनलाइन अथवा टोल से बनाकर फास्टैग लिए हैं, उन्होंने अपनी गाड़ी पर स्वयं ही शीशे पर अंदर की बजाय बाहर फास्टैग चस्पा कर दिया। फास्टैग शीशे के बाहरी अथवा कंडक्टर साइड में लगाने पर सेंसर से कनेक्ट नहीं हो पा रहा। इसके अलावा आए दिन टोल पर लगे सेंसर की केबल में कमी के चलते सही फास्टैग भी कनेक्ट नहीं हो पा रहे। ऐसे में कैश के साथ फास्टैग लेन में भी जाम के हालात बनते हैं। फास्टैग लगे वाहन चालकों की आए दिन टोल कर्मियों से कहासुनी तक हो रही है। क्यूब हाईवे कंपनी के मैनेजर प्रदीप चौधरी का कहना है कि जिन सेंसर की केबल खराब है, उनको दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं गाड़ी के शीशे पर फास्टैग गलत चस्पा है तो उसे सेंसर की बजाय हैल्ड हैंड मशीन ही रीड करेगी।
फास्टैग रिचार्ज नहीं, दे रहे दोगुना टोल टैक्स
ऐसी भी गाड़ियां हैं, जिन पर फास्टैग तो चस्पा हैं, मगर वह रिचार्ज नहीं हैं। ऐसी स्थिति में फास्टैग की लेन में पहुंचने पर दोगुना टोल टैक्स वसूलकर उन्हें निकाला जा रहा है। गाड़ी स्वामी अपने फास्टैग को सही बताता है, जिस पर झगड़े तक की नौबत आ जाती है।