ट्रांसपोर्टरों की हड़ताली जारी, बाइक रैली निकाली
मेरठ। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। शनिवार को टीपीनगर में खाली खड़
मेरठ। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। शनिवार को टीपीनगर में खाली खड़े ट्रकों की कतारें लगी रहीं। उधर, व्यापारियों ने बाइक रैली निकाली और तीन सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी की।
ऑल इंडिया मोटर कांग्रेस के आह्वान पर जनपद के ट्रांसपोर्टरों ने शनिवार को भी माल की बुकिंग नहीं की। ट्रांसपोर्टर रविकांत राठी ने कहा कि दो दिन में करीब 25 करोड़ का नुकसान हुआ है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहा कि व्यापारी, कर्मचारी व लेबर मिलाकर लगभग ढाई लाख लोग व्यवसाय से जुड़े हैं। महामंत्री राकेश विज ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। ये लड़ाई सभी ट्रांसपोर्टरों की है । मेरठ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन मेरठ तथा ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन हड़ताल में शामिल हैं। मेरठ गुड्स ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, देवी चरण सेन, दीपक गाधी, दीपक रल्हन, पंकज अनेजा, शिवम विनायक, सुरेंद्र शर्मा, नवीन शर्मा, अतुल शर्मा, अंकुर प्रजापति, प्रवीन चिन्योटी, दयाशंकर दुबे, वेद गुप्ता, प्रदीप अब्बी, सरदार नरेंद्र व बाबर अली आदि शामिल रहे।
भूख हड़ताल पर बैठेंगे
जगन्नाथपुरी व्यापारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रवीन चिन्योटी ने कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो वह परिवार सहित भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
80 करोड़ का माल गोदामों में जमा
मेरठ: ट्रकों के चक्का जाम हड़ताल से जनपद की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरने के कगार पर है। ट्रांसपोर्ट व्यापारियों के अनुसार परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को मुलाकात का समय दिया है जिससे दो दिन के पहले हड़ताल खत्म होने की कोई संभावना नहीं है। एक अनुमान के अनुसार दो दिनों में अस्सी करोड़ का माल गोदामों में जमा हो गया है। आइआइए मेरठ के अध्यक्ष अतुल भूषण ने कहा कि दो दिनों का प्रोडक्शन डंप हो गया है। उद्यमी कच्चा माल भी नहीं मंगा रहे हैं। अगर एक दो दिन हड़ताल और चली तो कच्चे माल का स्टाक खत्म हो जाएगा जिससे उत्पादन भी बंद करने की नौबत आ जाएगी। स्पोर्टस गुड्स उद्यमी पुनीत मोहन शर्मा ने बताया कि ट्रांसपोर्ट पूरे व्यापार की रीढ़ है। आर्डर पर समय से माल नहीं पहुंचने से अक्सर डील कैंसिल हो जाती है जिससे करोड़ों का नुकसान होता है। खंदक बाजार एसोसिएशन के नवीन अरोड़ा ने बताया कि गोदामों से नगों के अंबार लग गए हैं। नवीन मंडी में शनिवार को दूसरे राज्यों से आने वाले ट्रक आए लेकिन व्यापारियों के अनुसार हड़ताल कई दिनों तक खिचेंगी तो प्रभाव पड़ सकता है।
मुख्य मांगे
- डीजल पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए
- थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की दरें कम की जाएं
- माल वाहनों से टोल शुल्क समाप्त किया जाए।