दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे: 15 सितंबर तक शुरू हो पाएगा चिपियाना ओवरब्रिज पर आवागमन
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे दिल्ली से मेरठ की तरफ एक्सप्रेस-वे से आ रहे लोगों को चिपियाना में अभी जाम का सामना लगभग एक महीने तक करना पड़ेगा निर्माणाधीन ट्रस ब्रिज पर छत कंक्रीट और डामर कार्य बाकी। छत के लिए तैयार हो गया है सरिये का जाल रेलवे कर रहा निरीक्षण।
मेरठ, जागरण संवाददाता। दिल्ली से मेरठ की तरफ एक्सप्रेस-वे से आ रहे लोगों को चिपियाना में अभी जाम का सामना लगभग एक महीने तक करना पड़ेगा क्योंकि चार लेन का ट्रस ब्रिज 15 सितंबर तक खोला जा सकेगा। ब्रिज पर छत डालने के लिए सरिये का जाल तैयार हो गया है, रेलवे अधिकारियों का निरीक्षण चल रहा है। जल्द छत डाल दी जाएगी फिर छत की मजबूती के लिए 21 दिन का समय दिया जाएगा। उसके बाद कंक्रीट बिछाकर डामर कर दिया जाएगा और वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।
इस ब्रिज के तैयार न होने की वजह से हाईवे के वाहन एक्सप्रेस-वे वाली लेन पर चले जाते हैं जिससे एक्सप्रेस-वे पर शाम को 500 मीटर से एक एक किमी तक जाम लगता रहता है। दिल्ली और डासना के बीच दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की छह लेन हैं और दोनों किनारे चार लेन का हाईवे (एनएच-नौ) है। इस तरह से यहां पर कुल 14 लेन की सड़क फर्राटा भरने के लिए है।
डासना-इंदिरापुरम के बीच चिपियाना पड़ता है जहां रेलवे लाइन इस एक्सप्रेस-वे और हाईवे के नीचे से गुजर रही है। यहां पर 15 लेन का रेलवे ओवरब्रिज प्रस्तावित है जिसमें से अब सिर्फ चार लेन ब्रिज का निर्माण जारी है, शेष 11 लेन का ब्रिज तैयार है। मेरठ से दिल्ली की तरफ हाईवे और एक्सप्रेस-वे के हिस्से वाले ब्रिज तैयार हैं जिससे समस्या नहीं होती। दिल्ली से मेरठ की तरफ लौटने पर एक्सप्रेस-वे के हिस्से का ब्रिज तैयार है लेकिन हाईवे के हिस्से के ब्रिज का अभी निर्माण हो रहा है। इस वजह से हाईवे के हिस्से वाले वाहन एक्सप्रेस वे पर डायवर्ट कर दिए जाते हैं। इसकी वजह से एक्सप्रेस-वे पर दबाव बढ़ जाता है और जाम लगता रहता है।