व्यापारियों का जवाब देने से इन्कार, पुलिस बैकफुट पर
कुख्यात विक्की द्वारा व्यापारी नेता विजय आनंद के पैर छूने के मामले में आमसभा व्यापारियो ने पुलिस को जवाब देने से इन्कार कर दिया है।
मेरठ, जेएनएन। कुख्यात विक्की द्वारा व्यापारी नेता विजय आनंद के पैर छूने के मामले में आमसभा आयोजित कर व्यापारियों ने पुलिस द्वारा जारी नोटिस का जवाब देने से इन्कार कर दिया। व्यापारियों में भारी आक्रोश देख अंतत: खाकी बैकफुट पर आ गई। खुद सीओ सिविल लाइन आमसभा में पहुंचे। उन्होंने पुलिस नोटिस को औचित्यहीन बताते हुए उसे खत्म कराने का भरोसा दिलाया। इसके बाद आमसभा समाप्त कर दी गई।
दरअसल, 16 जनवरी को पुलिस लाइन में एडीजी प्रशांत कुमार 17 दिसंबर को सेंट्रल मार्केट स्थित ज्वेलरी शोरूम में हुई लूट का पर्दाफाश कर रहे थे। तभी अभियुक्त अक्षय उर्फ विक्की पंडित पुत्र लोकेश शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही व्यापारी नेता और बुलियन एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद के पैर छू लिए थे। विक्की पंडित और विजय आनंद का कनेक्शन जानने के लिए नौचंदी पुलिस ने नोटिस जारी कर दिया था। चेतावनी भी दी गई कि यदि नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो 91 सीआरपीसी में कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर गुरुवार को कागजी बाजार में व्यापारियों द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। सभी व्यापारियों ने विजय आनंद के साथ खड़े रहने की बात कही। इसके बाद तीसरे पहर साढ़े तीन बजे आमसभा की गई। सराफा बाजार के व्यापारियों के अलावा आमसभा में संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस बेवजह की घेराबंदी कर रही है। तय हुआ कि पुलिस के नोटिस का जवाब व्यापारी नहीं देंगे। व्यापारियों की आमसभा में हुए निर्णय को भांपते हुए पुलिस बैकफुट पर आ गई। सीओ सिविल लाइन हरिमोहन भी आमसभा में पहुंच गए। संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने बताया कि सीओ ने भरोसा दिलाया कि पुलिस की तरफ से जारी नोटिस का कोई औचित्य नहीं है। उसे पुलिस खत्म कर देगी। सीओ के भरोसा दिलाने के बाद व्यापारी नेताओं ने एसपी सिटी और एसएसपी से फोन पर बातचीत की। उन्होंने भी निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद व्यापारियों ने पैर छूने वाले प्रकरण को खत्म करने के भरोसे पर आमसभा समाप्त कर दी। विजय आनंद ने बताया कि अब उन्हें नोटिस पर कोई जवाब नहीं देना पड़ेगा। सीओ ने नोटिस को खुद ही खत्म करने की बात कही। सीओ हरिमोहन से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई, उन्होंने कहा कि वह इस प्रकरण में मीडिया को जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं।
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..आखिर क्यों दिया था नोटिस
कुख्यात विक्की द्वारा पैर छूने पर विजय आनंद को नोटिस पुलिस ने क्यों दिया था। चर्चाओं के अनुसार नोटिस देकर विजय आनंद को दबाव में लेने की कोशिश थी। व्यापारी एकजुट हुए तो बैकफुट पर आई पुलिस ने नोटिस वापस लेने का भरोसा दिया, जबकि व्यापारियों ने स्पष्ट कर दिया कि नोटिस का जवाब नहीं दिया जाएगा।
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वर्जन..
नोटिस तामील कराया जा चुका है। जवाब मिलने के बाद तथ्यात्मक कार्रवाई की जाएगी। वरना विजय आनंद के लिए 91 सीआरपीसी में पुलिस कार्रवाई करेगी।
- आशुतोष कुमार, एसएचओ नौचंदी