Top Meerut News of the day, 28th October 2019: बुलंदशहर में लगाई सुमित की प्रतिमा, चाकू से घायल युवक की मौत, दारोगा का बेटा हिरासत में, बागपत में साध्वी प्राची
बुलंदशहर स्याना बवाल में मारे गए चिंगरावठी निवासी सुमित के परिजनों ने निजी परिसर में पूजा अर्चना के बाद सुमित की प्रतिमा स्थापित की।
मेरठ, जेएनएन। बुलंदशहर स्याना बवाल में मारे गए चिंगरावठी निवासी सुमित के परिजनों ने निजी परिसर में पूजा अर्चना के बाद सुमित की प्रतिमा स्थापित की। वहीं कैराना में पांच दिन पूर्व छेड़छाड़ के विरोध पर हुई चाकूबाजी प्रकरण में घायल छात्रा के चचेरे भाई की मौत हो गई। दूसरी ओर नौचंदी थाना क्षेत्र में अश्लील वीडियो वायरल करने वाला दरोगा का बेटा पुलिस गिरफ्त में। बड़ौत में रविवार को साध्वी प्राची ने पत्रकार वार्ता में कहा कि इस्लामिक आतंकवाद पूरे विश्व के लिए खतरा बन चुका है।
स्याना बवाल में मारे गए सुमित की प्रतिमा लगाई
बुलंदशहर स्याना बवाल में मारे गए चिंगरावठी निवासी सुमित के परिजनों ने निजी परिसर में पूजा अर्चना के बाद सुमित की प्रतिमा स्थापित की। 3 दिसंबर 2018 को बवाल में सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। कोतवाल सुबोध कुमार भी शहीद हो गए थे। सुमित के पिता अमरजीत ने परिजनों के साथ दीपावली पर सुमित की प्रतिमा स्थापित की। पिता ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वह धर्म परिवर्तन कर आत्महत्या कर लेंगे।
छेड़छाड़ का विरोध करने पर चाकू से घायल युवक की मौत
कैराना में पांच दिन पूर्व छेड़छाड़ के विरोध पर हुई चाकूबाजी प्रकरण में घायल छात्रा के चचेरे भाई की मौत हो गई। घायल का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था।
वीडियो वायरल करने की धमकी देने वाला वाला दारोगा का बेटा हिरासत में
मेरठ नौचंदी थाना क्षेत्र में अश्लील वीडियो वायरल करने वाला दरोगा का बेटा पुलिस गिरफ्त में। पुलिस ने अश्लील वीडियो कब्जे में ली। बाथरूम में मोबाइल रखकर नहाते हुए युवती की वीडियो बनाई और वायरल करने की धमकी दे रहा था। मामला दरोगा की बेटी से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
मस्जिद और मदरसों की आड़ में पनप रहा इस्लामिक आतंकवाद
बड़ौत में रविवार को साध्वी प्राची ने पत्रकार वार्ता में कहा कि इस्लामिक आतंकवाद पूरे विश्व के लिए खतरा बन चुका है। उत्तर प्रदेश में जितने मदरसे और मस्जिदें हैं इनकी जांच होनी चाहिए। यहां से इनके तार जुड़े हुए हैं उसके बाद इनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कमलेश तिवारी की गर्दन काटने के फतवे के तार केवल बिजनौर या लखनऊ से नहीं बल्कि आला हजरत परिवार के साथ भी जुड़े हैं। बरेली के अंदर उसकी भी जांच होनी चाहिए।