स्टेटस सिंबल बना टॉमी का स्टाइलिश लुक, फैशन के मामले में फीमेल पेट हैं आगे
पालतू जानवरों के लिए बाजार में एक से बढ़कर एक फैशनेबल कपड़े और एसेसरीज मिल रही हैं। फैशन के मामले में फीमेल पेट मेल पेट से आगे हैं।
मेरठ, जेएनएन। पालतू जानवरों का स्टाइल कई बार फिल्मों में देखने को मिला है और दर्शकों ने इन्हें काफी पसंद भी किया है। पालतू जानवर हमेशा से घर के सदस्यों की तरह ही रहते हैं। उनके स्वास्थ्य से लेकर उनके खानपान का विशेष ध्यान रखा जाता है, लेकिन अब घर के पालतू टॉमी का स्टाइलिश लुक स्टेटस सिंबल बनता जा रहा है। बाजार में पालतू जानवरों के लिए छोटे बड़े घर से लेकर उनके खाने-पीने के अलग बर्तन, दूध की बोतल, खेलने के लिए खिलौने, स्टाइलिश गॉगल्स, शूज, ईयरफोन, कैप स्वेटर और फैशनेबल ज्वेलरी की काफी वैरायटी है।
यहां भी फीमेल पेट आगे
ऐसा माना जाता है कि लड़कों की अपेक्षा लड़कियों के पास स्टाइलिश लुक और सजने संवरने के लिए अधिक विकल्प होते हैं, कुछ ऐसा ही पेट फैशन में भी है। मेल पेट की अपेक्षा फीमेल पेट के लिए सजने संवरने के लिए मुखौटे, कलरफुल गॉगल्स, स्टाइलिश शूज, ज्वेलरी, कलरफुल हैट और यहां तक की कई तरह की फ्रॉक और गाउन भी है। वहीं मेल पेट के लिए काले रंग के गॉगल्स, गले की चेन, चेक वाले शूज, मफलर, स्वेटर, टीशर्ट और कैप की काफी वैरायटी है।
बच्चों की तरह ही है टॉबी और टॉडी
सरस्वती लोक निवासी संजय सिंगल और प्रीति सिंगल तीन साल पहले टॅाबी और टॉडी को घर लेकर आए। तभी से दोनों उनके बच्चों की तरह है और बच्चों की तरह ही दोनों की अलग से शॉपिंग और खाने पीने का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। संजय बताते हैं कि टॉबी और टॉडी परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य है और इनकी पसंद नापसंद का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके खाने से लेकर इसके कपड़े और जरूरत का सभी सामान इनके लिए अलग से ही आता है।
इन्होंने बताया
पिछले कुछ सालों में पालतू जानवरों के सामानों की बिक्री बढ़ी है। अब लोग पालतू जानवरों से संबंधित सभी सामान नया खरीदते है। पहले घर का पुराना सामान ही पेट को यूज करने के लिए दिया जाता था।
- विनित कुमार, पेट वस्तुओं के विक्रेता सेंट्रल मार्किट
पालतू जानवर घर के महत्वपूर्ण सदस्य होते है, इसलिए लोग इनका विशेष ध्यान रखते है। इसके खाने पीने से लेकर इनकी जरूरत का सभी सामान लोग खरीद रहे है। कुछ समय पहले तक पालतू जानवरों को घर का पुराना सामान यूज करने के लिए दिया जाता था। लेकिन अब लोगों की सोच बदल रही हैं।
- डा. गौरव जैन, पशु रोग चिकित्सक
अपना अलग घर
हालांकि कई लोग पालतू जानवरों को अपने साथ ही रखते हैं और पास में ही सुलाते हैं, लेकिन उनका अपना घर होना एक खास बात है। अब पेट के लिए भी बाजार में एक से बढ़कर एक डिजाइनर हाउस उपलब्ध है, जिनकी कीमत दो से पांच हजार रुपये तक है। बच्चों की तरह ही लोग पालतू जानवरों की भी सभी इच्छाएं पूरी करते है, उन्हें स्टाइलिश लुक में रखते है। इससे उन्हें एक तरह की आत्म संतुष्टि भी मिलती है।