15 फरवरी तक तैयार हो जाएंगे टोल बूथ
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए काशी गांव में टोल प्लाजा निर्माणाधीन है। इसके लिए बूथ बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसे 15 फरवरी तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए काशी गांव में टोल प्लाजा निर्माणाधीन है। इसके लिए बूथ बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसे 15 फरवरी तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है। यहां पर 19 बूथों का टोल प्लाजा बन रहा है। प्लाजा का भवन बनकर तैयार हो गया है। उसकी रंगाई-पुताई भी करा ली गई है। वहीं पर धर्मकांटा भी स्थापित किया जा रहा है। बूथ के साथ ही कांटे का भी कार्य पूरा हो जाएगा। गांव काशी के बाद भोजपुर में टोल बूथ बनाए जा रहे हैं। हालांकि इस बूथ का मतलब काशी से गुजरने वाले वाहनों के लिए नहीं होगा। उनका उपयोग वे वाहन करेंगे जो भोजपुर से डासना या मेरठ की ओर जाने के लिए चढ़ेंगे। ये बूथ एक्सप्रेस-वे के दोनों किनारे नीचे बनाए गए हैं। इस तरह से यहां पर कुल चार बूथ रहेंगे। भोजपुर से हापुड़-मोदीनगर के वाहन गुजरते हैं। ऐसे में यहां पर बड़ी संख्या में वाहन एक्सप्रेस-वे पर चढ़ेंगे व उतरेंगे। भोजपुर के टोल बूथ पर कैनोपी लगा दी गई है। यहां पर भी बूथों का कार्य पूरी तरह से 15 फरवरी तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
जाट और मुसलमान समीकरण साधने को परिवर्तन
रालोद मेरठ में जिलाध्यक्ष पद पर मतलूब गौड़ को नियुक्त करने के पीछे जाट- मुसलमान समीकरण साधने का मकसद बताया जा रहा है। इस तरह से अचानक परिवर्तन का किसी को आभास भी नहीं था। मेरठ में निवर्तमान जिलाध्यक्ष राहुल देव जाट हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह और प्रदेश महासचिव डा. राजकुमार सांगवान भी इसी बिरादरी से हैं। ऐसे में मेरठ जैसे महत्वपूर्ण जिले की कमान मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति के हाथ में देने के पीछे मुख्य कारण जाट और मुसलमानों के वोट बैंक को साधना है।