Coronavirus: विदेशी जमातियों पर कसा शिकंजा, पुलिस ने स्वदेशी नहीं बनाए आरोपित Meerut News
कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन में घूमने वाले स्वदेशी जमातियों को पुलिस ने राहत दी है। उन्हें क्वारंटाइन कर पुलिस ने इतिश्री कर ली है। विदेशी जमातियों को ही आरोपित बनाया है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन में घूमने वाले स्वदेशी जमातियों को पुलिस ने राहत दी है। उन्हें क्वारंटाइन कर पुलिस ने इतिश्री कर ली है। सिर्फ विदेशी जमातियों को ही आरोपित बनाया है। इनके अलावा विदेशी जमातियों को मस्जिद या घरों में शरण देने वालों को भी मुकदमे में आरोपित बनाया गया है। शरण देने वालों पर सात साल से कम सजा का प्रावधान होने के कारण उन्हें क्वारंटाइन का समय पूरा होने पर घर भेज दिया जाएगा।
अनुवादकों को दे दी जमानत
दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमातियों की वजह से कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार और शनिवार को पुलिस ने सरधना से आठ और मवाना से दस विदेशी जमातियों को अस्थाई जेल भेज था, जबकि कोर्ट ने उनके अनुवादकों को जमानत दे दी है। सरधना में पकड़ा गया कोरोना पॉजिटिव एक जमाती ठीक हो गया है। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। जल्द ही उसके क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद अस्थाई जेल भेज दिया जाएगा।
जमातियों की चेन खोज रही पुलिस
साथ ही पुलिस शरण देने वालों को क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद छोड़ने जा रही है। दरअसल, उन पर दर्ज मुकदमे में सात साल से कम की सजा है। इसलिए उन्हें जेल नहीं भेजा जा सकता है। साथ ही स्वेदशी जमातियों को क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद छोड़ा जाएगा। इनमें से सिर्फ ऐसे जमाती को आरोपित बनाया जाएगा, जिनकी वजह से कोरोना का संक्रमण दूसरों में गया है। ऐसे में पुलिस फिलहाल क्वारंटाइन किए गए जमातियों की चेन ढूंढ़ रही है। सरधना एसओ विरेंद्र मलिक और मवाना इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने बताया कि विदेशी जमातियों पर दर्ज मुकदमों में पुलिस साक्ष्य जुटा रही है। ताकि आरोप पत्र जल्द कोर्ट में पेश किया जा सके।
इनका कहना है
अभी तक 18 जमातियों को अस्थाई जेल भेजा जा चुका है। जैसे-जैसे बाकी जमातियों के खिलाफ साक्ष्य मिलेगा। उसी आधार पर अस्थाई जेल भेजा जाएगा, जिनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला है। उन्हें क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद छोड़ दिया जाएगा।
- अजय साहनी, एसएसपी