RLD rally in Muzaffarnagar News: चौधरियों की हुंकार, युवाओं ने दिखाया दम, मुस्लिम नदारद... तस्वीरें बयां कर रहीं हकीकत
RLD rally in UP News रालोद के आह्वान पर विपक्ष की लोकतंत्र बचाओ महापंचायत में कई अनसुलझे पहलुओं की तस्वीर साफ होती दिखाई दी तो कई सवाल भी खड़े हो गए। वेस्ट यूपी के साथ ही हरियाणा और दिल्ली तक के लोग आए।
संजीव तोमर, मुजफ्फरनगर। रालोद के आह्वान पर विपक्ष की लोकतंत्र बचाओ महापंचायत में कई अनसुलझे पहलुओं की तस्वीर साफ होती दिखाई दी तो कई सवाल भी खड़े हो गए। वेस्ट यूपी के साथ ही हरियाणा और दिल्ली तक के लोग आए। भीड़ में युवाओं का जोश और पगड़ीधारी बाबाओं का उत्साह दिखाई दिया, लेकिन मुस्लिम की संख्या बेहद कम रही। युवाओं को देख जयंत चौधरी ने भविष्य के सपने बुने, लेकिन जिस गठजोड़ पर रालोद की नैया पार होती आई वह नहीं दिखा।
हाथरास में रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज और कृषि विधेयक के विरोध में हुई महापंचायत में सपा, कांग्रेस और रालोद एक मंच पर आए। राजकीय इंटर कालेज के मैदान में उम्मीद से अधिक भीड़ दिखाई दी। बागपत, बिजनौर, शामली, मेरठ से बड़ी संख्या में रालोद कार्यकर्ता आए। जनपद में शहरी क्षेत्र से काफी कम लोग कार्यक्रम में पहुंचे, लेकिन गांवों से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर जीआईसी मैदान में पहुंचे।
हरियाणा और दिल्ली से बसों में सवार होकर लोग पहुंचे। हाथरस में जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज के विरोध में युवाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खाप चौधरी भी दल-बल के साथ महापंचायत में पहुंची और हुंकार भरी। भीड़ में युवाओं और चौधरियों की भीड़ को देख वक्ताओं ने उन्हें केंद्र करते हुए भाषण दिया।
वहीं आश्चर्य की बात यह रही कि मुस्लिम संख्या उम्मीद से काफी कम रही। माना जा रहा था कि केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ इस आंदोलन में मुस्लिम टूट पड़ेंगे, लेकिन चारों और पगड़ी और युवाओं के जोश में बार-बार उठते हाथ ही दिखाई दिए। रालोद में जनपद समेत कैराना, बागपत, मेरठ और बिजनौर में कई मुस्लिम लीडर अहम पदों पर है। इसके बावजूद भीड़ एकत्र न होने कई सवाल खड़ी करती है।
महिलाओं की भागीदारी नगण्य
महापंचायत में महिलाओं की भींड़ नगण्य रही। रालोद नेत्र रमा नागर समेत चार-पांच महिलाएं भी दिखाई दी। सपा नेता धर्मेंद्र यादव के मंच पर आने के बाद कुछेक सपा नेत्री कार्यक्रम में पहुंची, लेकिन वह भी गिनती की रहीं। महिलाओं के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने से भी सवाल खड़े हुए हैं।