10 मिनट देर से पहुंचती पुलिस तो मारे जाते ठग
दस मिनट पहुंचने में पुलिस और देर कर देती तो दोनों ठगों को भीड़ मार देती। भीड़ में इतना आक्रोश था कि सीओ चिल्लाते रहे मर जाएगा..मर जाएगा। फिर भी भीड़ पिटती रही। पुलिस अंदर न घुस जाए उसके लिए मानवा श्रृंखला तक बना ली गई थी। पुलिसकर्मी भीड़ के बीच में घुसे तब जाकर दोनों ठगों को बचाया जा सका।
मेरठ, जेएनएन। : दस मिनट पहुंचने में पुलिस और देर कर देती तो दोनों ठगों को भीड़ मार देती। भीड़ में इतना आक्रोश था कि सीओ चिल्लाते रहे मर जाएगा..मर जाएगा। फिर भी भीड़ पिटती रही। पुलिस अंदर न घुस जाए, उसके लिए मानवा श्रृंखला तक बना ली गई थी। पुलिसकर्मी भीड़ के बीच में घुसे तब जाकर दोनों ठगों को बचाया जा सका। बता दें कि दोनों की गिरफ्तारी को लेकर सराफा व्यापारियों ने चार दिनं तक बाजार बंद कर प्रदर्शन किया। उनके फोटो वायरल किए। साथ ही उनकी सूचना देने वाले को 21 हजार और गिरफ्तार करने वाले को 51 हजार का इनाम देने की घोषणा की थी। गुरुवार को फिर से ठगी करने आए तो दोनों की जमकर पिटाई की गई।
हर ठगी के बाद बदल देते थे चेहरा
ठगी के बाद खुद में बदलाव लेकर आते थे। कभी पहनावा बदलते तो कभी चेहरे का नक्शा ही बदल देते थे। 24 अक्टूबर को दोनों आयकर अधिकारी बनकर चेकिंग कर रहे थे। उस समय दोनों ने अपने बाल काले किए हुए थे। आंखों पर चश्मा लगा था, जबकि गुरुवार को दोनों ने अपने बाल लाल किए थे। नीचे खाकी पैंट पहनी थी। ऊपर पुलिस की खाकी जैकेट पहने हुए थे। यानि चेहरे को पूरी तरह से बदला हुआ था।
कप्तान ऑफिस में ठगी करके दिखाई
निसार और अफरीदी अली ने कप्तान आवास पर ठगी करके दिखाई। दोनों ने दिखाया कि चेकिंग के लिए किस तरह से लोगों को रोकते थे। उसके बाद बैग से सोना उड़ा देते थे। बाद में व्यापारी को डरा भी देते थे। कहीं पर आयकर अफसर तो कहीं पर पुलिस अफसर बनकर ठगी करते है। दोनों ने बताया कि प्रत्येक बड़े जनपदों में सराफा बाजार में ही ठगी की वारदात को अंजाम देते रहे हैं।
पहले भी पकड़े जा चुके आरोपित
पुलिस ने 27 नवंबर को भी मुरादाबाद के दो ठगों को पकड़ा था, जो विनोद शर्मा और उनका पुत्र विवेक शर्मा है। पिता-पुत्र दोनों ही पुलिसकर्मी बनकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। तीन राज्यों में ठगी की सौ से ज्यादा घटना कर चुके है।
एसटीएफ ने भी दोनों से की पूछताछ
शातिर ठग निसार और अफरीदी अली से एसटीएफ ने भी कप्तान आवास पर पहुंचकर पूछताछ की। दोनों के पकड़े जाने की जानकारी एसटीएफ सीओ ब्रजेश सिंह को मिली। वह भी तत्काल आवास पर पहुंच गए। दरअसल, दोनों ठगों पर एसटीएफ भी पिछले कई दिन से काम कर रही थी। माना जा रहा है कि उनके गैंग से कई अन्य लोग भी जुड़े हुए है, जिनकी धरपकड़ की जा रही है। इन्होंने कहा:::
सिपाही की मदद से दोनों आरोपित को पकड़ा गया है। सिपाही को बहादुरी के लिए पांच हजार का इनाम दिया जाएगा। दोनों से पूछताछ कर उनके पूरे गैंग की पड़ताल की जा रही है। साथ ही उनके द्वारा की गई घटनाओं की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
-अजय साहनी, एसएसपी