मेरठ से लखनऊ जाना है तो बसों का ही सहारा, तीनों एक्सप्रेस ट्रेनें रद
नौचंदी एक्सप्रेस को 17 से 23 अप्रैल तक रद करने के बाद रेलवे का नया फरमान आया है।राज्यरानी एक्सप्रेस को 16 अप्रैल से एक मई तक के लिए पहले ही रद है।
By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 01:24 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 01:24 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। मेरठ सिटी स्टेशन से चलने वाली तीनों मुख्य एक्सप्रेस ट्रेनें रद होने से यात्री परेशान हैं। नौचंदी एक्सप्रेस को 17 से 23 अप्रैल तक रद करने के बाद रेलवे का नया फरमान आया है। राज्यरानी एक्सप्रेस को 16 अप्रैल से एक मई तक के लिए पहले ही रद है। अब मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाली संगम एक्सप्रेस भी रद होने से यात्री परेशान हैं।
मेरठ से केवल बसों का ही सहारा बचा है
नौचंदी एक्सप्रेस और राज्यरानी एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ को जोड़ने वाली प्रमुख ट्रेनें हैं। वहीं, संगम एक्सप्रेस मेरठ को प्रयागराज से जोड़ती है। लखनऊ जाने वाले यात्रियों के पास मेरठ से केवल बसों का ही सहारा बचा है। पहले राज्यरानी एक्सप्रेस 17 अप्रैल तक रद थी। उम्मीद थी कि 18 अप्रैल से चलने लगेगी, लेकिन 16 अप्रैल को ही इसे 1 मई तक दोबारा रद कर दिया गया था।
तीनों ट्रेनों से जाते हैं 6 हजार यात्री
सिटी स्टेशन के अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि मेरठ-लखनऊ, मेरठ-प्रयागराज के लिए रोजाना तीनों ट्रेनों से करीब 6 हजार यात्री जाते और जाते हैं। नौचंदी एक्सप्रेस में 17 से 23 अप्रैल तक रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को मोबाइल में कैंसिलेशन के मैसेज मिल रहे हैं। हालात ये हैं कि अब ट्रेन रद होने के वक्त ही यात्रियों को कैंसिलेशन का मैसेज मिलता है।
पहले बस से लखनऊ और वहां से प्रयागराज जा रहे यात्री
यात्रियों के पास अब केवल बस से ही सीधे लखनऊ जाने का माध्यम है। यात्री पहले मेरठ से लखनऊ जा रहे हैं। इसके बाद लखनऊ से ट्रेन या बस पकड़कर प्रयागराज जा रहे हैं। अब मेरठ सिटी स्टेशन हाल्ट बनकर रह गया है।
सोहराब गेट से लखनऊ जाने वाली बस
सुबह 8 बजे, पूर्वाह्न् 11.30 बजे, दोपहर 12.15 बजे, दोपहर 2.45 बजे, अपराह्न् 4.15 बजे, शाम 7.15 बजे, रात 8 बजे, रात 8.50 बजे और आखिरी बस रात 10 बजे है।
नोट : इसमें केवल 8.50 बजे वाली बस ही स्लीपर क्लास है। जिसका किराया 725 और 625 रुपये है। साधारण बसों का किराया 525 रुपये है। ट्रेनें रद होने से लखनऊ जाने वाली सभी बसें फुल चल रही हैं।
बिजनौर जाने वाले बस यात्रियों की टिकट राशि वापस की
पुलिस-प्रशासन ने रविवार को भी मीरापुर से आगे बसों को नहीं जाने दिया। भैंसाली बस अड्डे पर बैठे यात्रियों ने बैराज तक जाने के लिए टिकट कटाए लेकिन बाद में रोडवेज परिचालक ने मीरापुर में यात्रियों को बकाया राशि वापस की। लगभग डेढ़ घंटा अधिक समय लगा कर और 70 रुपये अधिक किराया खर्च कर वाया गजरौला चांदपुर होते हुए बिजनौर जाना पड़ा। बताते चलें कि बिजनौर पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से प्रशासन से भारी वाहनों को मीरापुर में ही रोकना शुरू कर दिया है। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। नौचंदी, राज्यरानी और रविवार को संगम एक्सप्रेस ट्रेन रद होने से यात्रियों की काफी भीड़ रही। स्टेशन इंचार्ज मदनपाल सिंह ने कहा कि शाम छह बजे से रात नौ बजे तक 10 बसें लखनऊ रूट पर भेजी गई।
यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता : आरपी शर्मा
स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि नौचंदी, राज्यरानी एक्सप्रेस और अब संगम रद होने से यात्रियों की परेशानी समझी जा सकती है। रेलवे को इससे रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान होता है। मुरादाबाद के पास ट्रैक पर काम होने से ट्रेनें रद करनी पड़ रही हैं। उत्कल हादसे के बाद देशभर में रेलवे ट्रैक की मरम्मत करा रहा है। तीनों ट्रेनों को जल्द चलाया जाएगा।
मेरठ से केवल बसों का ही सहारा बचा है
नौचंदी एक्सप्रेस और राज्यरानी एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ को जोड़ने वाली प्रमुख ट्रेनें हैं। वहीं, संगम एक्सप्रेस मेरठ को प्रयागराज से जोड़ती है। लखनऊ जाने वाले यात्रियों के पास मेरठ से केवल बसों का ही सहारा बचा है। पहले राज्यरानी एक्सप्रेस 17 अप्रैल तक रद थी। उम्मीद थी कि 18 अप्रैल से चलने लगेगी, लेकिन 16 अप्रैल को ही इसे 1 मई तक दोबारा रद कर दिया गया था।
तीनों ट्रेनों से जाते हैं 6 हजार यात्री
सिटी स्टेशन के अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि मेरठ-लखनऊ, मेरठ-प्रयागराज के लिए रोजाना तीनों ट्रेनों से करीब 6 हजार यात्री जाते और जाते हैं। नौचंदी एक्सप्रेस में 17 से 23 अप्रैल तक रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को मोबाइल में कैंसिलेशन के मैसेज मिल रहे हैं। हालात ये हैं कि अब ट्रेन रद होने के वक्त ही यात्रियों को कैंसिलेशन का मैसेज मिलता है।
पहले बस से लखनऊ और वहां से प्रयागराज जा रहे यात्री
यात्रियों के पास अब केवल बस से ही सीधे लखनऊ जाने का माध्यम है। यात्री पहले मेरठ से लखनऊ जा रहे हैं। इसके बाद लखनऊ से ट्रेन या बस पकड़कर प्रयागराज जा रहे हैं। अब मेरठ सिटी स्टेशन हाल्ट बनकर रह गया है।
सोहराब गेट से लखनऊ जाने वाली बस
सुबह 8 बजे, पूर्वाह्न् 11.30 बजे, दोपहर 12.15 बजे, दोपहर 2.45 बजे, अपराह्न् 4.15 बजे, शाम 7.15 बजे, रात 8 बजे, रात 8.50 बजे और आखिरी बस रात 10 बजे है।
नोट : इसमें केवल 8.50 बजे वाली बस ही स्लीपर क्लास है। जिसका किराया 725 और 625 रुपये है। साधारण बसों का किराया 525 रुपये है। ट्रेनें रद होने से लखनऊ जाने वाली सभी बसें फुल चल रही हैं।
बिजनौर जाने वाले बस यात्रियों की टिकट राशि वापस की
पुलिस-प्रशासन ने रविवार को भी मीरापुर से आगे बसों को नहीं जाने दिया। भैंसाली बस अड्डे पर बैठे यात्रियों ने बैराज तक जाने के लिए टिकट कटाए लेकिन बाद में रोडवेज परिचालक ने मीरापुर में यात्रियों को बकाया राशि वापस की। लगभग डेढ़ घंटा अधिक समय लगा कर और 70 रुपये अधिक किराया खर्च कर वाया गजरौला चांदपुर होते हुए बिजनौर जाना पड़ा। बताते चलें कि बिजनौर पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से प्रशासन से भारी वाहनों को मीरापुर में ही रोकना शुरू कर दिया है। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। नौचंदी, राज्यरानी और रविवार को संगम एक्सप्रेस ट्रेन रद होने से यात्रियों की काफी भीड़ रही। स्टेशन इंचार्ज मदनपाल सिंह ने कहा कि शाम छह बजे से रात नौ बजे तक 10 बसें लखनऊ रूट पर भेजी गई।
यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता : आरपी शर्मा
स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि नौचंदी, राज्यरानी एक्सप्रेस और अब संगम रद होने से यात्रियों की परेशानी समझी जा सकती है। रेलवे को इससे रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान होता है। मुरादाबाद के पास ट्रैक पर काम होने से ट्रेनें रद करनी पड़ रही हैं। उत्कल हादसे के बाद देशभर में रेलवे ट्रैक की मरम्मत करा रहा है। तीनों ट्रेनों को जल्द चलाया जाएगा।
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