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कारोबारी के अपहरण का मेरठ और मुजफ्फरनगर से लिंक, तीन जनपदों की पुलिस सुलझा रही अपहरण की गुत्‍थी

एडीजी ने तीनों जनपदों के कप्‍तानों को कारोबारी के अपहरण की गुत्‍थी सुलझाने में लगा दिया है। माना जा रहा है कि बदमाश विक्रम को मेरठ और मुजफ्फरनगर भी लेकर आए थे।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 08:52 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 08:55 PM (IST)
कारोबारी के अपहरण का मेरठ और मुजफ्फरनगर से लिंक, तीन जनपदों की पुलिस सुलझा रही अपहरण की गुत्‍थी
कारोबारी के अपहरण का मेरठ और मुजफ्फरनगर से लिंक, तीन जनपदों की पुलिस सुलझा रही अपहरण की गुत्‍थी

मेरठ, जेएनएन। राजनगर एक्सटेंशन से लापता हुए कंस्ट्रक्शन कारोबारी विक्रम त्यागी के अपहरण का कनेक्शन मेरठ और मुजफ्फरनगर से जुड़ गया है। माना जा रहा है कि बदमाश विक्रम को मेरठ और मुजफ्फरनगर भी लेकर आए थे। शुक्रवार को एडीजी ने तीनों जनपदों के पुलिस कप्तानों के साथ बैठक कर सभी को अलग अलग टास्क दिया। साथ ही विहिप के पदाधिकारियों ने भी आइजी से मिलकर विक्रम त्यागी की बरामदगी की मांग उठाई।

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गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन की केडीपी ग्रैंड सवाना सोसायटी में पत्नी निधि, बेटा व बेटी के साथ रहने वाले विक्रम त्यागी जीडीए के ठेकेदार संजय त्यागी के भतीजे हैं। वह अपने चाचा व तीन चचेरे भाइयों के साथ कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाते हैं। 26 जून को पटेलनगर स्थित कार्यालय से घर लौटते समय वह संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे। चचेरे भाई अक्षय त्यागी ने थाना सिहानी गेट में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। मेरठ-मुजफ्फरनगर बॉर्डर पर खतौली में भंगेला चेकपोस्ट पर 26 जून की आधी रात के बाद एक बजे पुलिस ने विक्रम की कार को रोका था, लेकिन कार में वह नहीं थे। कार में सवार दो लोग खुद को दिल्ली पुलिस का बताकर बैरिकेड गिराकर भाग गए थे। 13 घंटे बाद कार तितावी से लावारिस मिली थी, जिसकी आरसी व नंबर प्लेट बदमाशों ने फेंक दी थीं। पुलिस गाजियाबाद से लेकर मुजफ्फ़रनगर तक 500 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी लेकिन विक्रम त्यागी को बरामद नहीं कर पाई।

शुक्रवार को बड़ी संख्या में विहिप के पदाधिकारी आइजी प्रवीण कुमार से मिले। उन्होंने विक्रम त्यागी को बरामद करने की मांग की। आइजी ने बताया कि इस प्रकरण में पुलिस को एक क्लू मिला है, जिस पर काम किया जा रहा है। साथ ही एडीजी राजीव सभरवाल ने भी मेरठ के कप्तान अजय साहनी, गाजियाबाद के कप्तान कलानिधि नैथानी और मुजफ्फरनगर के कप्तान अभिषेक के साथ बैठक की है। विक्रम की बरामदगी में तीनों कप्तानों को लगाया है, क्योंकि अपहरण कांड गाजियाबाद के अलावा मेरठ और मुजफ्फरनगर से भी जुड़ चुका है। एडीजी राजीव सभरवाल ने बताया कि जोन के छह एक्सपर्ट पुलिसकर्मियों की भी एक टीम बनाई गई है, जो पता लगाने में जुटी है कि विक्रम का अपहरण किस गैंग ने किया है। कहीं जेल में रहते हुए तो किसी कुख्यात ने तो विक्रम को अगवा नहीं करा दिया है। इस लाइन पर भी जांच हो रही है। 


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