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बाल गृह स्टाफ की लापरवाही से फरार हुए थे तीन बच्चे Meerut News

मेरठ पहुंचे उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा.विशेष गुप्ता ने कहा है कि राजकीय बाल गृह सूरजकुंड के स्टाफ की लापरवाही के कारण ही तीन बच्चे फरार हुए थे।

By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 20 Jun 2019 12:27 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2019 12:27 PM (IST)
बाल गृह स्टाफ की लापरवाही से फरार हुए थे तीन बच्चे Meerut News
बाल गृह स्टाफ की लापरवाही से फरार हुए थे तीन बच्चे Meerut News

मेरठ,जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा.विशेष गुप्ता ने कहा कि राजकीय बाल गृह सूरजकुंड के स्टाफ की लापरवाही से ही तीन बच्चे फरार हुए थे। इस मामले में आरोपितों के खिलाफ हुई निलंबन की कार्रवाई बिल्कुल सही है। लापरवाही की पुनरावृत्ति हुई तो अधिकारी व कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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सरकार बाल गृहों को लेकर गंभीर

आयोग के अध्यक्ष डा. गुप्ता ने सर्किट हाउस में अधिकारियों, बाल गृह संचालकों एवं एनजीओ की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार बाल गृहों को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने सभी बाल गृहों की स्थिति का आकलन कराने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। बाल आयोग व महिला आयोग की टीम यह जांच करेगी। राजकीय बाल गृह से तीन बालकों के फरार होने के मामलों में अब दंडात्मक कार्रवाई होगी।

तैनात गार्ड भी सोते रहे

कहा कि यदि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी सतर्क रहते तो यह घटना न होती। वहीं,सुरक्षा के लिए तैनात गार्ड भी सोते रहे। डा.गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में 150 राजकीय बाल गृह हैं। बच्चों के हिसाब से बाल गृह अभी कम है। मेरठ में कुल 15 हैं। इनमें सात महिला कल्याण विभाग और पांच उप्र नियंत्रण बोर्ड से जुड़े हुए हैं। बाकी सभी गैर सरकारी हैं। कहा कि सभी बाल गृह संचालकों को अब एक्ट के तहत पंजीकरण कराना होगा। यदि कोई नहीं कराएगा तो ऐसे सभी बाल गृह बंद भी किए जाएंगे। अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो एनजीओ अच्छा कार्य कर रहे हैं, उन्हें बाल गृह से जोड़ा जाए।

सर्किट हाउस में की बैठक

सर्किट हाउस में आयोग अध्यक्ष ने अधिकारियों की बैठक ली। इसमें बाल गृह की स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए। बच्चों के प्रवेश आदि की स्थिति की जानकारी ली। बच्चों से भीख मंगवाने की शिकायत पर उस गैंग को पकड़वाने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमओ डा. राजकुमार, बीएसए सतेंद्र कुमार, नगर शिक्षा अधिकारी एसके गिरी व डा. अनीता राणा मौजूद रहे। डीएम अनिल ढींगरा भी सर्किट हाउस पहुंचे। उन्होंने डा. गुप्ता से मुलाकात की।

हर माह होगी सुनवाई

आयोग अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता ने बताया कि जल्दी ही मंडल स्तर पर बाल उत्पीड़न और बच्चों से संबंधित अन्य मामलों के लिए भी जनसुनवाई की जाएगी। जिससे बाल उत्पीड़न और बाल मजदूरी के मामलों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही बाल गृह का हर माह सोशल ऑडिट किया जाएगा।

छात्राओं ने मांगे कम्प्यूटर

आयोग अध्यक्ष डा. गुप्ता ने शिवाजी रोड स्थित लाला रामानुज वैश्य अनाथालय का भी निरीक्षण किया। वहां रहने वाली 16 छात्राओं से बातचीत भी की। उन्होंने कम्प्यूटर उपलब्ध कराने की मांग की।

सहायक अधीक्षक को फटकार

आयोग अध्यक्ष डा. गुप्ता ने राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह के सहायक अधीक्षक कुलदीप सिंह को फटकार लगाई। प्रेस वार्ता से पूर्व जब वह सर्किट हाउस में अपना पक्ष डा. गुप्ता के समक्ष रखने पहुंचे तो अध्यक्ष ने कहा कि बच्चों की ओर से उनकी तमाम शिकायतें हैं। उनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं है। कहा कि उनके मामले को वह पूरी जानकारी करने व जांच कराने के बाद देखेंगे।

व्यक्तित्व विकास के कार्यक्रम देखेंगे बच्चे

राजकीय बाल गृह बालक सूरजकुंड के बच्चे अब टीवी पर धार्मिक, व्यक्तित्व विकास व कारोबार से जुड़े कार्यक्रम ही गृह में देख सकेंगे। अन्य चैनल तत्काल बंद करने के निर्देश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता ने दिए हैं। आयोग अध्यक्ष डा.गुप्ता ने बुधवार को एडीएम सिटी महेश चंद्र शर्मा के साथ सूरजकुंड स्थित राजकीय बाल गृह का निरीक्षण किया। 

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