पापा, अब मैं स्कूल नहीं जाऊंगी, रास्ते में मनचले करते हैं छेड़छाड़
स्कूल आती-जाती हूं तो मनचले छेड़ते हैं। विरोध करती हूं तो गालियां देते हैं। शिकायत पर पुलिस सुनती नहीं। आखिर, जाएं तो कहां? जब तक मनचलों पर शिकंजा नहीं कसा जाता, मैं स्कूल नहीं जाउंगी..।
मेरठ । स्कूल आती-जाती हूं तो मनचले छेड़ते हैं। विरोध करती हूं तो गालियां देते हैं। शिकायत पर पुलिस सुनती नहीं। आखिर, जाएं तो कहां? जब तक मनचलों पर शिकंजा नहीं कसा जाता, मैं स्कूल नहीं जाउंगी..। छेड़छाड़ से तंग एक छात्रा ने आधा दर्जन छात्राओं का प्रतिनिधित्व करते हुए थाने में व्यवस्था की हकीकत को बेनकाब कर दिया। छात्राओं और अभिभावकों ने कहा के तमाम दावों के बावजूद हालात ठीक नहीं हैं। ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें आगे पढ़ाने से पहले सौ बार सोचना होगा।
हापुड़ रोड स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राएं मनचलों से परेशान हैं। लक्खीपुरा, अहमद नगर और जाकिर कालोनी की आधा दर्जन से अधिक छात्राएं शुक्रवार को परिजनों संग लिसाड़ी गेट थाने पहुंचीं। उन्होंने बताया कि जब भी वह कॉलेज आती-जाती हैं तो मनचले छेड़छाड़ करते हैं। विद्यालय के पास स्थित विवाह मंडप और मस्जिद के पास मनचले टोलियां बनाकर खड़े रहते हैं। वहां से छात्राओं का निकलना दूभर रहता है।
अभिभावकों को भी देते हैं धमकी
छात्राओं का आरोप है कि कुछ अभिभावकों ने आवाज उठाई तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। मनचलों ने दुस्साहस दिखाते हुए छात्राओं के घरों के चक्कर तक लगाने शुरू कर दिए। इसलिए अब पढ़ाई करना मुश्किल है। वह तभी स्कूल जाएंगी जब आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
पुलिस नहीं करती कार्रवाई
अभिभावकों का कहना है कि कॉलेज से आते-जाते समय छात्राएं कमेला रोड से होते हुए घर जाती हैं। आरोप लगाया कि छेड़छाड़ की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है। यदि वहां पुलिसकर्मी तैनात कर दिए जाएं तो मनचलों पर शिकंजा कसा जा सकता है। वहीं, फुटपाथ पर कब्जे होने के कारण वह रोड से चलती हैं, तो दुर्घटना का अंदेशा रहता है।
इन्होंने कहा--
शिकायत पर विद्यालय के पास पुलिसकर्मी तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। छात्राओं को डरने की जरूरत नहीं है।
-दिनेश कुमार शुक्ला, सीओ-कोतवाली