मेरठ में आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े दो और चौराहे, जानें विशेषताएं
मेरठ में करीब 15 दिन पहले नगर निगम स्थित आइटीएमएस के कंट्रोल रूम से सबसे पहले तेजगढ़ी चौराहे को कनेक्ट किया गया था। तेजगढ़ी चौराहा कंट्रोल रूम की बड़ी स्क्रीन पर लाइव होने के बाद से लगातार ट्रायल चल रहा है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम और जाम मुक्त बनाने के लिए राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत आइटीएमएस ( इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) परियोजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। इसी कड़ी में अब कंट्रोल रूम से दो और चौराहे जुड़ गए हैं। इस सिस्टम के कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट भी पढ़ सकते हैं।
अब नौ में से तीन चौराहे कंट्रोल रूम से जुड़े
करीब 15 दिन पहले नगर निगम स्थित आइटीएमएस के कंट्रोल रूम से सबसे पहले तेजगढ़ी चौराहे को कनेक्ट किया गया था। तेजगढ़ी चौराहा कंट्रोल रूम की बड़ी स्क्रीन पर लाइव होने के बाद से लगातार ट्रायल चल रहा है। जो भी तकनीकी खामियां आ रही हैं। उन्हें दूर किया जा रहा है। चौराहे की लाइव इमेज से लेकर वाहनों के नंबर प्लेट पढऩे और गलत दिशा से आने-जाने वाले वाहनों की स्थिति को कितना कैमरे समझ पा रहे हैं। इसका आंकलन कंट्रोल रूम में इंजीनियर कर रहे हैं। अब इसी कड़ी में डिग्गी तिराहे और कमिश्नरी आवास चौराहे को भी कंट्रोल रूम की स्क्रीन पर लाइव कर दिया गया है। इस तरह आइटीएमएस प्रोजेक्ट के नौ में से तीन चौराहे कंट्रोल रूम से जुड़ गए हैं। शेष चार चौराहे गांधी आश्रम, जेलचुंगी चौराहा, बच्चा पार्क चौराहा और कमिश्नरी चौराहे पर काम चल रहा है। इससे महानगर में यातायात व्यवस्था को सुगम और जाम मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।
हापुड़ अड्डा और एल ब्लाक चौराहे के काम में पेच
ठेका एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर नौशाद अहमद के अनुसार हापुड़ अड्डा और एल ब्लाक चौराहे पर एमडीए द्वारा सौंदर्यीकरण का कुछ काम किया जाना है। जिसके चलते एमडीए से आइटीएमएस के काम के लिए अभी अनुमति नहीं मिली है। इसके चलते इन चौराहों पर बाद में काम शुरू होगा। फरवरी तक प्रोजेक्ट का सारा काम पूरा करने का लक्ष्य है।