एक महीने में तीन मौत...फिर भी नींद में है NHAI, मेरठ के ये फ्लाइओवर बने एक्सीडेंट जोन
मेरठ में निर्माणाधीन तीन फ्लाईओवर इस वक्त बेहद खतरनाक बन गए हैं और जानलेवा साबित हो रहे हैं। यहां पर आए दिन हादसे हो रहे हैं लेकिन एनएचएआइ को इस बात की कोई परवाह नहीं है। लापरवाही के कारण लोगों की जान पर बनी है।
मेरठ, जेएनएन। मोदीपुरम में हाईवे-58 स्थित कंकरखेड़ा, पल्लवपुरम और सकौती के पास दादरी में फ्लाईओवर और सर्विस रोड का निर्माण कछुआ गति से हो रहा है। तीनों ही स्थान एक्सीडेंट जोन बन गए हैं। आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इनमें सबसे खतरनाक पल्हैड़ा फ्लाईओवर की सर्विस रोड है। यहां ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब हादसा न होता हो। एक महीने के भीतर तीन राहगीरों की हादसे में मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद एनएचएआइ सबक नहीं ले रहा है।
हादसे दर हादसे
गुरुवार सुबह निर्माणाधीन पल्हैड़ा फ्लाईओवर के पास बाइक सवार दो युवक बस की टक्कर से घायल हो गए। इससे पहले कांटीनेंटल कंपनी में कार्यरत पिता-पुत्र पल्हैड़ा फ्लाईओवर के पास हादसे का शिकार हो गए थे। दो दिन पूर्व मोबाइल व्यापारी को हाइड्रा मशीन ने कुचल दिया था। कंकरखेड़ा के खिर्वा कट फ्लाईओवर, पल्हैड़ा फ्लाईओवर और सकौती के पास दादरी फ्लाईओवर के निर्माण कार्य की वजह से हाईवे का ट्रैफिक सर्विस रोड पर डायवर्ट है। इस कारण सर्विस रोड पर हादसे हो रहे हैं।
नींद में है एनएचएआइ
क्षेत्रवासियों ने आए दिन हो रहे सड़क हादसों पर एनएचएआइ और निर्माण करने वाली कृष्णा कंस्ट्रक्शन कंपनी को भी चेताया था। सर्विस रोड पर बिखरी बजरी, रेत को हटाने की मांग की थी। तंग सर्विस रोड के चौड़ीकरण की मांग हुई थी, मगर कुछ नहीं हुआ। कई जगहों पर आसपास की कालोनी वालों ने हाईवे के डिवाइडर को तोड़कर शार्टकट बना रखे हैं, जहां हादसे होते हैं।
इनका कहना है
सड़क हादसों को रोकने के लिए निर्माण साइटों पर गार्ड तैनात हैं। निर्माण करने वाली कंपनी को कार्य में तेजी लाने को कहा गया है। रोज की प्रगति रिपोर्ट लेकर मुख्यालय भेजी जाती है।
- डीके चतुर्वेदी, पीडी-एनएचएआइ