वेस्ट यूपी में गैंगवार की आशंका, खुफिया विभाग इस वजह से जताया अंदेशा
कुख्यात बदमाश सुशील मूंछ के जेल से छूटने के बाद वेस्ट यूपी में गैंगवार की आशंकाओं ने खुफिया विभाग के भी कान खड़े कर दिए हैं। मेरठ जोन के एडीजी ने सुशील मूंछ को लेकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में सख्ती के आदेश दिए है।
मेरठ, जेएनएन। मुजफ्फरनगर के थाना रतनपुरी क्षेत्र के मथेड़ी गांव निवासी बदमाश सुशील मूंछ के जेल से छूटने के बाद वेस्ट यूपी में खलबली मच गई है। खुफिया विभाग ने सुशील मूंछ के जेल से छूटने पर वेस्ट में गैंगवार की आशंका जाहिर की है। एडीजी ने सुशील मूंछ को लेकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में सख्ती के आदेश दिए है। सुशील मूंछ से मिलने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। साथ ही भूपेंद्र बाफर से जुड़े लोगों पर भी मेरठ पुलिस को नजर रखने के आदेश दिए है। क्योंकि भूपेंद्र बाफर ने मुजफ्फरनगर से रोहित सांडू को पुलिस कस्टडी से छुड़वाकर सुशील मूंछ की हत्या की साजिश रची थी।
ऐसे में पुलिस मानकर चल रही है कि जेल से निकलने के बाद सुशील मूंछ भी भूपेंद्र बाफर पर वार कर सकता है। भूपेंद्र बाफर फिलहाल जेल में बंद है। उसके साथियों पर अटैक हो सकता है। ऐसे में पुलिस सुशील मूंछ और उसके साथियों पर नजर रखे हुए है। साथ ही खुफिया विभाग सुशील मूंछ की प्लानिंग पर भी ध्यान दे रहा है। चार दिन पहले कुंख्यात बदमाश सुशील मूंछ कानपुर जेल से रिहा हो चुका है।
सुशील मूंछ को मेरठ जेल से सुरक्षा के लिहाज से कानपुर जेल भेजा गया था। बता दें कि सुशील मूंछ परतापुर के सोरखा में हुए डबल मर्डर और नई मंडी थाना क्षेत्र में तीन साल पहले हुए चीकू हत्याकांड की आपराधिक साजिश रचने के आरोप में वांछित चल रहा था। उसने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
सुशील मूंछ का आतंक उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान में आतंक रहा है। वर्ष 2000 के दौरान वह जेल में रहा, लेकिन उस पर हत्याओं का आरोप जेल में भी लगता रहा। इन राज्यों के अलावा मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले में उस पर 40 से अधिक मुकदमे दर्ज हुए।
एडीजी राजीव सभरवाल ने सुशील मूंछ की रिहाई के बाद पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। साथ ही मेरठ और मुजफ्फरनगर पुलिस को गैंगवार नहीं होने देने की हिदायत दी है। दरअसल, सुशील मूंछ कुख्यात भूपेंद्र बाफर से बदला लेने के लिए उसके साथियों पर हमला करा सकता है।