मौसम बदल रहा है..एलर्जी और स्वाइन फ्लू से रहें सावधान
बसंत के बाद मौसम में बदलाव होता है। इन दिनों में ज्यादातर लोग मौसमी एलर्जी से परेशान होते हैं।
मेरठ, जेएनएन। बसंत के बाद मौसम में बदलाव होता है। इन दिनों में ज्यादातर लोग मौसमी एलर्जी से परेशान होते हैं। गेहूं कटान भी शुरू होने वाला है। इसके चलते भी लोग एलर्जी से परेशान रहते हैं। सांस लेने में समस्या, आंखों में जलन व खुजली की शिकायत अधिक होती है। वहीं स्वाइन फ्लू के केस भी सामने आ रहे हैं। इससे डरने की जरूरत नहीं है। इसके लक्षण भी वहीं हैं, जो एक साधारण फ्लू के होते हैं। बस, आपको खानपान और स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना है। यह बात शहर के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. विश्वजीत बेम्बी ने कहीं। रविवार को दैनिक जागरण के नियमित कॉलम प्रश्न पहर में आए डॉ. विश्वजीत बेम्बी ने फोन पर लोगों को इन बीमारियों से बचाव के उपाए बताए। उन्होंने कहा कि जब गर्मी लगे तभी गर्म कपड़े उतारें। सर्दी से बचाव इन दिनों बहुत जरूरी है। प्रश्न : मेरे बेटे को बुखार है। तीन दिन हो गए हैं। उतर नहीं रहा है। जांच में टाइफाइड आया है। क्या उपचार करें? -अजय गुप्ता, दौराला।
उत्तर : पहले तो यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टाइफाइड है या नहीं। क्योंकि टाइफाइड की जांच कम से कम पांच दिन बुखार बने रहने पर ही कराई जाती है। सिर और गला खराब है तो यह वायरल बुखार हो सकता है। इसलिए एक बार फिर से जांच जरूर कराएं।
प्रश्न : जुकाम कई दिनों से बना हुआ है। कहीं कोरोना वायरस का संक्रमण तो नहीं है। दवा लेने पर भी ठीक नहीं हो रहा है। -अजहर आसिफ, ललियाना।
उत्तर : कोरोना वायरस कतई नहीं है। यह मेरठ में अभी तक ट्रेस नहीं हुआ है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। इन दिनों जो मौसम है। उसमें एलर्जी की समस्या अधिक होती है। अब आपको यह समझना है कि धूल-धुएं से दिक्कत होती है या नहीं। अगर धूल-धुएं से परेशानी है तो एलर्जी है। फौरन चिकित्सक को दिखाएं।
प्रश्न : दोपहर बाद ठंड महसूस होती है। बुखार आता है। क्या हो सकता है? रामानंद, पंचशील कालोनी।
उत्तर : थॉयराइड की जांच कराई है। जो लक्षण आपने बताए हैं। वह एंग्जाइटी की समस्या हो सकती है। जांच के आधार पर ही सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है।
प्रश्न : मौसम बदलता है तो कफ बनने लगता है। सुबह के समय यह समस्या अधिक होती है। क्या कारण हो सकते हैं? -ऊषा तोमर, गंगानगर।
उत्तर : बसंत के बाद ऐसी स्थितियां सामने आती हैं। मौसम के बदलाव का असर है। गेहू कटने के सीजन में भी यह समस्या अधिक होती है। एंटी एलर्जिक दवाएं खानी होंगी। वैसे दही-मठ्ठा खाने से कोई समस्या नहीं होती है। यह आपको ध्यान देना होगा कि किस चीज के खाने के बाद ऐसी स्थिति बन रही है।
प्रश्न : 15 दिन से खांसी है, ठीक नहीं हो रही है। बुखार रहता है और संास फूलती है। -ऊषा, कंकरखेड़ा।
उत्तर : एक्स-रे कराना जरूरी है। एक्स-रे अच्छे डॉक्टर को दिखाएं। बलगम जांच भी कराएं। फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है। वायरल संक्रमण भी हो सकता है।
प्रश्न : मलद्वार से खून आ रहा है। 55 साल का हूं। आपरेशन कराना चाह रहा हूं। क्या सुझाव है?-लालचंद शिवपुरी।
उत्तर : बवासीर आम बात है। अगर जांच में यह सिद्ध हो चुका है तो ठीक। नहीं तो एक बार जांच करा लें। ध्यान रखें कि इस दौरान कब्ज न बनने दें। नहीं तो खून निकलने की समस्या बढ़ जाएगी। अच्छे सर्जन से ऑपरेशन करा सकते हैं।
प्रश्न : मेरी माता जी को ब्लीडिंग की समस्या है। उनका वजन भी बढ़ रहा है। इसका उपचार क्या है?-पारुल, सुभाषनगर।
उत्तर : स्त्री रोग विशेषज्ञ को एक बार दिखा लें। वजन बढ़ने से रोकने के लिए खानपान और व्यायाम पर ध्यान देने की जरूरत है। मीठा कम खाएं। फलों का सेवन अधिक करें। प्रतिदिन 30 मिनट कम से कम व्यायाम करें। वजन में कमी आएगी।