पुलिस के सामने किन्नरों के दो गुट भिड़े, तोड़फोड़-फायरिंग
लिसाड़ी गेट पुलिस के सामने शुक्रवार को फतेहउल्लापुर गांव में किन्नरों के दो गुटों भिड़ गए। एक गुट के किन्नर फाय¨रग-पथराव व तोड़फोड़ करते रहे और पुलिस देखती रही। पीड़ित पक्ष के किन्नरों ने पुलिस के सामने कपड़े उतार दिए। मामला बढ़ा तो थाने से और फोर्स भेजकर बवाल को शांत कराया गया।
मेरठ । लिसाड़ी गेट पुलिस के सामने शुक्रवार को फतेहउल्लापुर गांव में किन्नरों के दो गुटों भिड़ गए। एक गुट के किन्नर फाय¨रग-पथराव व तोड़फोड़ करते रहे और पुलिस देखती रही। पीड़ित पक्ष के किन्नरों ने पुलिस के सामने कपड़े उतार दिए। मामला बढ़ा तो थाने से और फोर्स भेजकर बवाल को शांत कराया गया।
आमिर गार्डन निवासी मुस्कान नाम के किन्नर ने बताया कि तीन साल पहले लिसाड़ी गांव के चमन किन्नर ने उन्हें फतेहउल्लापुर गांव बधाई के लिए दिया था। अब चमन किन्नर गांव को वापस मांग रहा है। इसी को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा है। शुक्रवार को मुस्कान अपने चेले अनु, कशिश, वैन चालक शकील और ढोलकिया शाहआलम के साथ फतेहउल्लापुर गांव में बधाई मांगने के लिए गए थे। आरोप है कि उसी समय चमन किन्नर अपने साथियों के साथ चार पुलिसकर्मियों को लेकर पहुंच गया। उसने पुलिस के सामने ही उनकी वैन में तोड़फोड़ शुरू कर दी। कशिश किन्नर को चाकू मारकर घायल कर दिया। उन्होंने विरोध किया तो पथराव कर दिया। आरोप है कि फाय¨रग भी की। बवाल होता देख चमन किन्नर के साथ पहुंचे कांस्टेबल सुरेंद्र और सोहनपाल ने और फोर्स थाने से बुलाई। फोर्स देखकर आरोपित किन्नर फरार हो गए। करीब डेढ़ घंटे चले बवाल के बाद मुस्कान किन्नर ने कई को नामजद करते हुए तहरीर दी। हालांकि देर शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। वहीं चमन किन्नर का कहना है कि फतेहउल्लापुर गांव को उसने नहीं दिया। उन्होंने न तो तोड़फोड़ की और न ही फाय¨रग की। वह खुद वैन में तोड़फोड़ करके आरोप लगा रहे हैं।
2015 में जबरन बनाया किन्नर
मुस्कान का कहना है कि चमन किन्नर ने 2015 में उसे जबरन किन्नर बना दिया था। इसके बाद उसने बधाई के लिए उससे गांव मांगा था। उसने उसे फतेहउल्लापुर दे दिया था। अब वह उसे वापस मांग रहा है।
क्षेत्र को लेकर कई किन्नरों की हो चुकी हैं हत्याएं
मेरठ शहर में किन्नरों की लड़ाई नई नहीं है। यहां पहले भी क्षेत्र के बंटवारे को लेकर हत्याएं हो चुकी हैं। आंकड़ों के अनुसार, प्रहलादनगर में इमराना की हत्या हुई। जेल चुंगी पर संतो किन्नर की और श्यामनगर में हाजी फाको की हत्या हो चुकी है।
इन्होंने कहा--
किन्नरों में झगड़ा हुआ था। दोनों पक्षों के बीच फैसले की बात चल रही है, जिन पुलिसकर्मियों के सामने झगड़े की बात आ रही है। उनसे लिखित में जवाब मांगा गया है। यदि लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई होगी।
रणविजय सिंह, एसपी सिटी