मेरठ के प्रोफेसर एके चौबे के फिटनेस का राज है हर रोज पौने दो घंटे का योग
प्रो. एके चौबे के सुबह उठने और सोने का समय निश्चित है। वह सुबह साढ़े चार बजे सोकर उठ जाते हैं। जबकि रात में 10.30 बजे से 11 बजे के बीच में सो जाते हैं। कपालभाति मंडूकआसन का अभ्यास करते हैं। वह पौने दो घंटे योग का अभ्यास करते हैं।
मेरठ, जेएनएन। योग प्रशिक्षकों की माने तो योग करने से कई रोग ठीक हो सकते हैं। कोविड के आने के बाद आतंरिक रूप से खुद को मजबूत करने के लिए लोगों ने योग करना शुरू किया, तो बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो पिछले कई साल से योग अभ्यास कर रहे हैं। इससे वह खुद को पूरी तरह से स्वस्थ रखते हैं, तो दूसरी ओर शुगर, बीपी जैसी बीमारियों को पूरी तरह से नियंत्रित भी कर पाए हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एके चौबे पिछले पांच साल से योग कर रहे हैं, वह रोज पौने दो घंटे योग को देते हैं। जिससे उन्हें काफी लाभ पहुंचा है।
पौने दो घंटे का योग
प्रो. एके चौबे के सुबह उठने और सोने का समय निश्चित है। वह सुबह साढ़े चार बजे सोकर उठ जाते हैं। जबकि रात में 10.30 बजे से 11 बजे के बीच में सो जाते हैं। सुबह उठने के बाद फ्रेश होकर विश्वविद्यालय परिसर स्थित अपने आवास में थोड़ी देर वार्मअप होते हैं। फिर सूर्य नमस्कार की सभी क्रियाएं करते हैं। कपालभाति, भ्रस्तिका, मंडूकआसन का अभ्यास करते हैं। वह करीब पौने दो घंटे योग का अभ्यास करते हैं।
बीपी और शुगर कंट्रोल
नियमित दिनचर्या और योग के अभ्यास से वह ब्लड प्रेशर और शुगर को पूरी तरह से नियंत्रित कर पाए हैं। इसकी वजह से उन्हें कोई दवा नहीं लेनी पड़ती है। प्रो. एके चौबे बताते हैं कि सुबह खुली हवा में टहलने से दिमाग में ताजगी रहती है। शरीर में आक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है, इससे सांस से संबंधित कोई परेशानी नहीं होती है। दिन भर काम करने में थकावट नहीं होती है।