अंतरराष्ट्रीय पहलवान के पिता ने किसान को लाठी से पीटकर मौत के घाट उतारा
परतापुर के काजमाबाद गून गांव में अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान के पिता ने किसान को लाठी से पीटकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
मेरठ। परतापुर के काजमाबाद गून गांव में अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान के पिता ने किसान को लाठी से पीटकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
काजमाबाद गून निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान इंदु चौधरी के पिता अनिल चौधरी ने रविवार रात को गांव निवासी किसान और अपने दोस्त यशपाल चौधरी को दावत पर बुलाया था। यशपाल रात करीब आठ बजे अनिल के घर पहुंच गए। शराब का दौर शुरू हो गया। देर रात किसी बात पर अनिल और यशपाल के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि अनिल ने लाठी से यशपाल पर ताबड़तोड़ वार किए। चीख-पुकार सुन अनिल के परिजन जाग गए। यशपाल के परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो बुरी तरह घायल यशपाल तड़प रहे थे। यशपाल को मोदीनगर के अस्पताल ले गए, जहां से मेरठ के आनंद हॉस्पिटल रेफर कर दिया। उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और गांव में दबिश देकर आरोपित अनिल चौधरी को हिरासत में ले लिया। मृतक के बेटे गौरव ने तहरीर दी। इंस्पेक्टर परतापुर तपेश्वर सागर का कहना है कि शराब पार्टी के दौरान दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। मुकदमा दर्ज कर आरोपित को हिरासत में लिया है।
बेटी ने नाम कमाया, पिता ने डुबो दिया
बच्चों की कामयाबी पर माता-पिता का सिर गर्व से तन जाता है। मगर, जब माता-पिता ही गलत राह पर पकड़ लें तो निश्चित ही लायक बच्चों का समाज में जीना दूभर हो जाता है। परतापुर के काजमाबाद गून गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान इंदू चौधरी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। इंदू ने कुश्ती में देश-दुनिया में नाम कमाने के साथ अपने माता-पिता, गांव का नाम भी रोशन किया। इंदू को खेल कोटे से योगी सरकार ने यूपी पुलिस में दारोगा भी बनाया है। वह मुरादाबाद में तैनात हैं। मगर, इंदू के पिता अनिल चौधरी ने रविवार रात लाठी से पीटकर अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। इससे बेटी ही नहीं पूरे परिवार का सिर शर्म से झुक गया है। इंदू समेत अन्य परिजन भी अनिल चौधरी के इस कृत्य पर शर्मसार हैं।
पिता पुलिस में देखना चाहते थे..सपना टूट गया
परतापुर इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने बताया कि मृतक यशपाल चौधरी के बेटे गौरव यूपी पुलिस में दारोगा की तैयारी कर रहे हैं। उसका सपना दारोगा बनने का था। पिता यशपाल कहा करते थे, बस गौरव दारोगा बन जाए तो बड़ा सपना पूरा हो जाएगा। गौरव का कहना है, पिता की मौत के बाद उनका यह ख्वाब टूट गया है।