बेरहम सिस्टम.. अब चार गोवंश को 'सजा-ए-मौत'
सूरजकुंड और नवीन सब्जी मंडी के सामने विकास खंड के अस्थाई गोवंश केंद्र में चारे और इलाज के अभाव में चार गोवंश की मौत हो गई। इसके बाद भाजपा पार्षद और अखिल भारत हिदू महासभा के पदाधिकारियों ने हंगामा किया।
मेरठ । सूरजकुंड और नवीन सब्जी मंडी के सामने विकास खंड के अस्थाई गोवंश केंद्र में चारे और इलाज के अभाव में चार गोवंश की मौत हो गई। इसके बाद भाजपा पार्षद और अखिल भारत हिदू महासभा के पदाधिकारियों ने हंगामा किया।
सूरजकुंड स्थित गोवंश केंद्र में लगभग 250 गोवंश हैं, जिनमें से पांच बीमार चल रहे थे। मंगलवार तड़के दो गाय और एक बछड़े की मौत हो गई। गोवंश की मौत पर भाजपा पार्षद अंशुल गुप्ता ने कहा कि गोवंशों को न समय पर चारा दिया जा रहा है और न ही बीमार पड़ने पर इलाज करवाया जा रहा है। इससे उनकी मौत हो गई। हालांकि भाजपा पार्षद के आरोप के बाद 22 कुंतल हरा चारा गोवंश केंद्र पहुंचाया गया। पार्षद का कहना है कि हरा चारा कटाई की मशीन कई दिन पहले आ गई है। मोटर भी मौजूद है, लेकिन हरा चारा यहां नहीं काटा जाता। उल्लेखनीय है कि नगर निगम ने अनियमितता के चलते सूरजकुंड स्थित अस्थाई गोवंश केंद्र का ठेका 28 फरवरी को ठेकेदार राकेश गौड़ से ले लिया था। इसके बाद से गोवंशों की देखभाल की व्यवस्था चरमरा गई।
केंद्र में ही दफना दिए गोवंश
उधर नवीन सब्जी मंडी गेट के सामने दिल्ली रोड स्थित गोवंश केंद्र में सुबह एक गाय की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे कर्मचारियों ने गोवंश को परिसर में ही दफना दिया। इसका विरोध अखिल भारत हिदू महासभा के जिलाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल, प्रवीण त्यागी ने किया। उनका कहना है कि 58 गोवंश बचे हैं। इससे पहले सात गोवंशों को भी परिसर में ही दफनाया गया है, जबकि नियमानुसार दूसरे स्थान पर दफनाना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि गोवंशों की मौत चारा और इलाज न मिलने से हुई है। शासन से एक लाख रुपये मिलने के बाद भी चारा नहीं दिया जा रहा है।
देर से पहुंचे पशु चिकित्सक
गोवंशों के इलाज की जिम्मेदारी पशु पालन विभाग की है। आरोप है कि मंगलवार को पशु चिकित्सक गोवंशों की मौत के बाद पहुंचे। दरअसल, पशु चिकित्सक भी गोवंश केंद्र में नियमित न आकर फोन पर बीमार होने की सूचना मिलने का इंतजार करते हैं। इस मामले में पशु पालन विभाग के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से फोन पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इन्होंने कहा
गोवंशों की मौत की क्या वजहें हैं। इसकी जानकारी ली जाएगी। चारा और उपचार में लापरवाही न हो। इसके लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। गोवंशों की देखभाल में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अमित कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त गोवंश केंद्र में चारे की व्यवस्था के लिए ठेके की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। गोवंशों की मौत चारे की कमी से नहीं हुई है। मौत की वजह गंभीर रूप से चोट लगना और बीमार होना है।
संतोष कुमार शर्मा, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी
ठेकेदार को हुआ भुगतान
नगर निगम अधिकारियों ने ठेकेदार राकेश गौड़ को 6.80 लाख रुपये का भुगतान कर दिया है। मालूम हो कि गोवंश केंद्रों में चारे के एवज में भुगतान के बिलों की जांच में अनियमितता में फंसे ठेकेदार का भुगतान रोक दिया गया था। जिसके बाद ठेकेदार का ब्लड प्रेशर बढ़ गया था और उसे केएमसी हॉस्पिटल में उपचार को भर्ती कराया गया था। मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि मंगलवार को ठेकेदार को 1.60 लाख रुपये की कटौती कर शेष भुगतान कर दिया गया है।