अब मेडिकल कॉलेज में बाहरी एजेंसी करेगी चूहों का 'इलाज'
मेडिकल कॉलेज में चूहों का आतंक मचा हुआ है। यहां अल्ट्रासाउंड मशीन के साथ ही गद्दे और पर्दे भी चूहे कुतर रहे हैं।
मेरठ (जेएनएन)। चूहों की उछलकूद ने मेडिकल कॉलेज में खलबली मचा दी है। मशीनों के तार कुतरने से लेकर गद्दे तक इनसे सुरक्षित नहीं हैं। आइसीयू तक में चूहे पहुंच रहे हैं। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इनसे निजात पाने के लिए एजेंसियों की तलाश शुरू कर दी है।
मेडिकल कॉलेज में एक से डेढ़ किलो वजन के चूहे देखे जा रहे हैं। रेडियोडायग्नोसिस सेंटर में अल्ट्रासाउंड मशीन की केबिल चूहों ने कुतर दी, जिससे अल्ट्रासाउंड करने में डॉक्टरों को परेशानी हो रही है। वहीं पीडियाट्रिक आइसीयू समेत अन्य विभागों के आइसीयू में रखे उपकरणों को भी चूहों ने नुकसान पहुंचा दिया है। वार्डों के गद्दे, चादर, पर्दे, ओटी ड्रेस और डॉक्टरों के एप्रेन तक कुतर दिए। अस्पताल में एसी की वायरिंग आए दिन काट देते हैं।
दिल्ली की एजेंसी ने किया सर्वे
ई-हॉस्पिटल के नोडल अधिकारी डॉ. मनीष सैनी ने तीन एजेंसियों से संपर्क किया था। शनिवार को दिल्ली की पेस्ट कंट्रोल एंड टेक्नोलॉजी के लोग मेडिकल कॉलेज पहुंचे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजीत चौधरी, डॉ. मनीष के साथ एजेंसी के लोगों ने उन विभागों का सर्वे किया है, जहां चूहों ने नुकसान पहुंचाया है।
डेढ़ साल पहले हुआ था खात्मा
डेढ़ साल पहले मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने चूहों का खात्मा एक एजेंसी के जरिये कराया था। उस वक्त करीब 20-20 हजार रुपये दो बार में कुल 40 हजार रुपये खर्च हुए थे। कुछ दिनों तक तो चूहों की उछलकूद से राहत मिली थी, लेकिन धीरे-धीरे फिर इनकी संख्या बढ़ गई।
इन्होंने कहा--
चूहों ने परेशानी बढ़ा दी है। आए दिन विभागों से कभी मशीन के तार कुतरने की तो कभी मरीजों के वार्ड से शिकायतें आ रही हैं। इसे देखते हुए पेस्ट कंट्रोल एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है। जल्द ही इनसे निजात दिलाई जाएगी।
डॉ. आरसी गुप्ता, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज मेरठ