कैंट बोर्ड के उपाध्यक्ष को सीधे चुन सकती है जनता, छह माह बढ़ा निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल Meerut News
छावनी परिषद की ओर से आगामी चुनाव को लेकर सामान्य वोटरलिस्ट तैयार है। जनवरी में देश की कई छावनियों का कार्यकाल पांच साल पूरा हो गया था।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ छावनी परिषद के निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल छह महीने के लिए बढ़ गया है। 13 जुलाई को सदस्यों का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। छावनी में अगले चुनाव में संभव है कि सदस्यों के साथ उपाध्यक्ष का चुनाव भी सीधे जनता करे।
वोटरलिस्ट तैयार
छावनी परिषद के आठ वार्ड हैं। सभी वार्ड के सदस्यों का चुनाव जनता करती है। उपाध्यक्ष का चुनाव जीते हुए सदस्य बहुमत से करते हैं। छावनी परिषद की ओर से आगामी चुनाव को लेकर सामान्य वोटरलिस्ट तैयार है। जनवरी में देश की कई छावनियों का कार्यकाल पांच साल पूरा हो गया था। इनका कार्यकाल भी छह महीने के लिए बढ़ाया जा चुका है। इसके पीछे छावनी की पालिसी में प्रस्तावित बदलाव को कारण बताया जा रहा है। रक्षा मंत्रलय को पूर्व आइएएस अधिकारी सुमित बोस की कमेटी ने रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में उपाध्यक्ष का चुनाव भी सीधे जनता से करने का सुझाव है। ऐसे में संभव है नए बदलाव के साथ 2021 में चुनाव हो।
सदस्यों ने साझा की तस्वीर
’कार्यकाल बढ़ने पर सदस्यों ने साझा की तस्वीर
’बोस कमेटी के सुझाव पर सभी की नजर
छावनी में सभी के सहयोग से अधूरे काम पूरे कराए जाएंगे। इस समय कोरोना की वजह से पूरा ध्यान साफ सफाई पर है। जनता के जो भी कार्य होंगे, वह सभी की प्राथमिकता में है। जो नीतिगत बदलाव होंगे, वह सभी छावनी के लिए होंगे।
विपिन सोढ़ी, उपाध्यक्ष, कैंट बोर्ड
टॉवर और सीवर लाइन का काम छावनी की बड़ी उपलब्धि रही हैं। कुछ कमियां हैं। उन्हें भी दूर किया जाना चाहिए। छावनी में जनता के कार्य के लिए सभी उत्सुक हैं, छावनी में रसोई गैस की लाइन बिछाने की भी मांग की गई है।
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बीना वाधवा, पूर्व उपाध्यक्ष, सदस्य, कैंट बोर्ड