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लोकसभा चुनाव : बैसाखियों के सहारे चुनाव कराएंगे शिक्षक

लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लगाने में किस कदर लापरवाही बरती गई है इसकी बानगीभर हैं दिव्यांग शिक्षक बिजेंद्र और नदीम जैदी। बिजेंद्र बैसाखियों के सहारे चलते हैं तो नदीम जैदी का एक पैर ही नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 10:00 AM (IST)
लोकसभा चुनाव : बैसाखियों के सहारे चुनाव कराएंगे शिक्षक
लोकसभा चुनाव : बैसाखियों के सहारे चुनाव कराएंगे शिक्षक

मेरठ । लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लगाने में किस कदर लापरवाही बरती गई है, इसकी बानगीभर हैं दिव्यांग शिक्षक बिजेंद्र और नदीम जैदी। बिजेंद्र बैसाखियों के सहारे चलते हैं तो नदीम जैदी का एक पैर ही नहीं है। ये दोनों शिक्षक केवल उदाहरण मात्र हैं। 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए अबकी बार बड़ी संख्या में दिव्यांग शिक्षकों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं और कर्मचारी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए परेशान घूम रहे हैं।

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चुनावों के लिए विभिन्न सरकारी विभागों से डाटा मांगा गया था, जिसमें बीमार, दिव्यांग, गर्भवती महिलाओं एवं सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों का ब्यौरा सूची के साथ दिया गया। विभागों से भेजी गई सूची में प्रमुखता से इस बाबत स्पष्ट किया गया था। बावजूद इसके इस तरह की लापरवाही बरती गई। सूची में उल्लेख करने के बावजूद बड़ी संख्या में दिव्यांग शिक्षक-शिक्षिकाओं, अधिकारियों, कर्मचारियों व गर्भवती महिलाओं की ड्यूटी लगा दी। यही नहीं आगामी 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को भी तैनात कर दिया गया। इन सभी को ड्यूटी पत्र भेज दिया गया है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में दिव्यांग शिक्षक, कर्मचारी अपना ड्यूटी पत्र लेकर कलक्ट्रेट व सीडीओ ऑफिस पहुंचे। पुलिस की रोक-टोक व कलक्ट्रेट के अंदर व बाहर की गई बेरिकेडिंग के कारण उन्हें काफी परेशानी हुई। उधर, सीडीओ कार्यालय में ऐसे लोगों की ड्यूटी के पत्र जमा किए जा रहे हैं, लेकिन अभी उनके नाम काटने के बारे में कोई ठोस कार्यवाही शुरू नहीं हुई है।

ट्रेनिंग के बाद बैठेगा मेडिकल बोर्ड

चुनाव के लिए प्रशिक्षण 24 मार्च से शुरू हो जाएगा। यह 27 मार्च तक होगा। ऐसे में तमाम दिव्यांगों व अन्य परेशान कर्मियों को काफी परेशानी भी उठानी पडे़गी, क्योंकि मेडिकल बोर्ड 25 मार्च से विकास भवन सभागार में बैठेगा। तब तक आधे परेशान लोगों को मजबूरन 24 से शुरू होने वाला प्रशिक्षण करना होगा। परेशान दिव्यांग शिक्षकों व कर्मचारियों का कहना है कि मेडिकल बोर्ड तत्काल बैठाना चाहिए था, ताकि प्रशिक्षण शुरू होने से पूर्व ड्यूटी कटने की कार्यवाही भी पूरी हो जाती।


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