बकाया फीस जमा करने पर ही स्कूल काटेंगे टीसी
दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल के डांस टीचर आशीष ठाकुर के आíथक तंगी के कारण आत्महत्या के बाद स्कूल प्रबंधन ने सख्ती का मन बना लिया है।
जेएनएन, मेरठ। दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल के डांस टीचर आशीष ठाकुर के आíथक तंगी के कारण आत्महत्या करने के बाद स्कूल सहोदय व प्रबंधन ने सख्ती का मन बना लिया है। किसी और स्कूल के शिक्षक या कर्मचारी के साथ ऐसी घटना न हो, इसलिए मंगलवार को मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स और मेरठ स्कूल फेडरेशन की अहम बैठक हुई। दोनों ही बैठकों में स्कूलों के प्रधानाचार्यो और प्रबंधकों ने यह निर्णय लिया है कि फीस देने से बचने के लिए जो भी अभिभावक बच्चे की टीसी कटाना चाहते हैं उन्हें पूरी बकाया फीस जमा किए बिना टीसी नहीं दी जाएगी। साथ ही कोई भी दूसरा स्कूल बिना टीसी के दाखिला भी नहीं लेगा। इसके साथ ही अभिभावक की ओर से जमा की गयी टीसी का सत्यापन भी कराया जाएगा। बिना फीस प्रमोशन भी नहीं
दोपहर 12 बजे से हुई सहोदय की बैठक में शहर के 57 बड़े स्कूल और शाम चार बजे से हुई फेडरेशन की बैठक में 32 स्कूल प्रबंधकों ने हिस्सा लिया। इस बात पर चर्चा हुई कि 25 से 30 फीस अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाह रहे हैं। वह ऑनलाइन भी नहीं पढ़ा रहे हैं, लेकिन उन्हें यदि ऐसा लगता है कि बच्चों को अगले साल अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा तो ऐसा नहीं होगा। बिना बकाया फीस के बच्चों का अगली कक्षा में प्रमोशन भी नहीं होगा। अक्षम के साथ स्कूल, सक्षम के खिलाफ कार्यवाही
सहोदय सचिव राहुल केसरवानी ने बताया कि सात अप्रैल और चार जुलाई के शासनादेश में शासन ने सक्षम और अक्षम अभिभावकों का वर्णन किया है। अक्षम अभिभावकों के सहयोग में सभी स्कूल तत्पर हैं और उनका सहयोग भी करेंगे। लेकिन, सक्षम अभिभावकों को फीस जमा करने के लिए एक और मौका दिया जाएगा। उसके बाद सभी स्कूल एक साथ कार्यवाही आगे बढ़ाएंगे जिसमें बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई व परीक्षाओं को बंद करना भी शामिल है।
छमाही परीक्षा से वंचित हो सकते हैं बच्चे
स्कूलों में 15 सितंबर के बाद छमाही परीक्षाएं शुरू होंगी। स्कूलों ने फीस को लेकर सख्त रवैया अपनाया है। इससे फीस जमा न करने वाले अभिभावकों के बच्चों को छमाही परीक्षा से बाहर रखा जा सकता है। स्कूलों ने यह भी स्पष्ट किया है कि फीस में किसी भी तरह की छूट नहीं है, इसलिए फीस सभी से ली जाएगी।
आशीष को दी श्रद्धांजलि
दोनों ही बैठकों में स्कूलों के प्रिसिपलों और प्रबंधकों ने दिवंगत डांस टीचर आशीष ठाकुर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक प्रकट का श्रद्धांजलि अíपत की। साथ ही सभी ने अपने-अपने स्कूलों के शिक्षकों की काउंसिलिग पर भी जोर दिया, जिससे ऐसी घटना किसी और के साथ न घटे।