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NGO की बैठक में बोलीं राज्‍यपाल, टीबी रोगी 345 बच्चों के मददगार बनें संगठन Meerut News

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संगठन के पदाधिकारियों से मेरठ जनपद के टीबी के शिकार 345 (18 वर्ष से कम आयु वाले) बच्चों को बीमारी मुक्त करने को मदद मांगी।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 08:58 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 04:17 PM (IST)
NGO की बैठक में बोलीं राज्‍यपाल, टीबी रोगी 345 बच्चों के मददगार बनें संगठन Meerut News
NGO की बैठक में बोलीं राज्‍यपाल, टीबी रोगी 345 बच्चों के मददगार बनें संगठन Meerut News

मेरठ, जेएनएन। विश्व समुदाय की 2030 तक विश्व को टीबी मुक्त करने की घोषणा के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने की घोषणा की है। इस घोषणा को पूरा करने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कृषि विवि के सभागार में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके मेरठ जनपद के टीबी के शिकार 345 (18 वर्ष से कम आयु वाले) बच्चों को बीमारी मुक्त करने को मदद मांगी। उन्होंने कहा कि संगठन एक-एक बच्चे को गोद लेकर उन्हें समय से दवा और आवश्यक भोजन खिलाने की जिम्मेदारी लें।

20 बच्‍चे गोद लेने की घोषणा
राज्यपाल की अपील को संगठनों ने हाथों हाथ लिया। कृषि विवि प्रशासन ने 120 बच्चों को शिक्षकों (प्रत्येक शिक्षक को एक) को गोद दिलाने की घोषणा की। रोटरी क्लब ने 20 बच्चे गोद लेने की घोषणा की। अन्य संगठनों ने भी इन बच्चों की जिम्मेदारी लेने की सहमति दी। राज्यपाल ने जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करके प्रत्येक अधिकारी और संगठन को कम से कम एक बच्चे की जिम्मेदारी सौंपने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि डीएम बच्चों की जिम्मेदारी संगठनों को सौंपकर सूची उन्हें भेज दें।

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दवा और खाने का पैसा मिलता है पर खाते नहीं
राज्यपाल ने बताया कि टीबी की बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए सरकार सरकारी अस्पतालों में पूरा इलाज दे रही है। टीबी की दवाएं रोगी के पेट में जलन करती हैं तथा कमजोर कर देती हैं। लिहाजा दवा के साथ मरीजों का अच्छा खाना भी जरूरी है। इसके लिए मासिक निश्चित राशि दी जाती है फिर भी मरीज अच्छा खाना नहीं खाते। हम चाहते हैं कि संगठन और अन्य लोग एक एक बच्चे को समय से दवा और खाना खिलाना सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लें। उन्होंने बताया कि हमने पहले मध्य प्रदेश में यह अभियान शुरू कराया। अब उत्तर प्रदेश के भी दस जनपदों में करा चुके हैं।

अपील के साथ ही बढ़े मदद को हाथ
राज्यपाल ने जैसे ही मदद की अपील की वैसे ही संगठनों ने मदद की घोषणा करनी शुरू कर दी। राज्यपाल ने कृषि विवि के प्रत्येक शिक्षक (कुल 120), प्रत्येक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी को एक एक बच्चे की जिम्मेदारी देने का निर्देश दिया। कृषि विवि के शिक्षकों के साथ ही रोटरी क्लब ने 20 बच्चों की जिम्मेदारी लेने की घोषणा की। नवज्योति वैलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष मानसी भाटी ने दो बच्चे लेने की घोषणा की। वहीं अन्य संगठनों ने भी इसका वादा किया। कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कहा कि अधिकारी भी यह जिम्मेदारी लेंगे।

बैठक में ये लोग रहे मौजूद
बैठक में डीएम अनिल ढींगरा, सीडीओ ईशा दुहन के साथ तमाम अधिकारी, रेड क्रास सोसायटी उपाध्यक्ष डा. गलेंद्र शर्मा, अशोक अरोरा, अजय मित्तल, पंकज मंगल, रोटरी इंटरनेशनल से अरविंद शर्मा, ठा. प्रीतीश सिंह, केमिस्ट एसोसिएशन से रजनीश कौशल, नीर फाउंडेशन से रमन, संकल्प से अतुल शर्मा, संजोग शर्मा, जनहित फाउंडेशन से अनीता राणा, सारथी संस्था से कल्पना पांडेय, बेटियां फाउंडेशन से अंजू पांडेय, युग परिवर्तन से जाह्नवी, कौसर जहां मौजूद रहे।


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