Tablighi jamaat: विदेशी जमातियों की स्वदेश वापसी का नहीं मिला सिग्नल, विदेश मंत्रालय ने लगाया अड़ंगा
विदेशी जमातियों के अपने देश जाने में अभी रुकावट बनी हुई है। इस बीच में गृह मंत्रालय ने हरी झंडी तो दे दी है पर अभी भी विदेश मंत्रालय ने रोक लगा रखी है।
बृजमोहन मोगा, सहारनपुर। जेल से रिहाई के बावजूद विदेशी जमातियों की स्वदेश वापसी का रास्ता अभी साफ नहीं हो पाया है। गृह मंत्रालय से इन्हें हरी झंडी मिली है, परंतु विदेश मंत्रालय ने ग्रीन सिग्नल नहीं दिया है। इसके चलते इजराइल के एकमात्र नागरिक की भी वतन वापसी की कवायद रुक गई है।
13 जून को जेल से मिली थी रिहाई
विदेशी जमातियों को एक-एक माह की सजा के बाद 13 जून को जेल से रिहाई मिली थी। प्रशासन ने एक संभ्रात व्यक्ति की सुपुदर्गी में इन्हें एक रिसोर्ट में ठहराया हुआ है। रिहाई के बावजूद विदेशी नागरिकों को उनके देश वापस न भेजने पर मलेशिया, इंडोनेशिया व किर्गिस्तान के दूतावासों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर अपने देश के नागरिकों को स्वदेश छुड़वाने का अनुरोध किया था। इंडोनेशिया दूतावास ने अपने पत्र में कहा था कि अदालत के आदेश के अनुसार उनके देश के 19 नागरिक अपनी सजा काट चुके हैं। अब इनका कानूनी रूप से सहारनपुर में रहना आवश्यक नहीं हैं, लिहाजा उन्हें उनके देश सुरक्षित वापस भेजा जाए।
किर्गिस्तान दूतावास से आए पत्र में भी सहारनपुर कोर्ट का हवाला दिया गया था, जिसमें 21 किर्गिज नागरिकों को उनके दूतावास के सुपुर्द करने और किर्गिस्तान लौटाने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था।
इन देशों के नागरिक
कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप में जिला पुलिस ने 57 विदेशी जमातियों के खिलाफ थाना देवबंद, थाना मंडी, थाना कुतुबशेर तथा कोतवाली देहात में छह एफआइआर दर्ज की थीं। गत 13 जून को 54 दिन के बाद सभी जमातियों को अदालत के आदेश पर रिहा किया गया था। रिहा किए गए 57 विदेशियों में किर्गिस्तान के 21, इंडोनेशिया के 19, सुडान के चार, मलेशिया के तीन, थाइलैंड के चार, माली, सीरिया, सऊदी अरब, मोरक्को, इजरायल, ट्यूनेशिया का एक-एक नागरिक है।
भेजने की जिम्मेदारी एसएसपी व एलआइयू की
सभी विदेशी नागरिकों के वीजा समाप्त हो चुके हैं। अब इन्हें भेजने की जिम्मेदारी एसएसपी व एलआइयू की है। एसएसपी इसमें एफआरओ (फॉरेनर रजिस्ट्रेशन आफिसर) होते हैं। जिला प्रशासन सभी को भेजने के लिए तैयार है। विदेशियों के जिस दिन के टिकट होगे, उससे दो दिन पहले उन्हें यहां से भेजा जाएगा। इजरायल के एक नागरिक का टिकट हो गया था। गृह मंत्रालय को इसकी जानकारी दे दी थी लेकिन मगर विदेश मंत्रालय ने इसमें कुछ क्वारी लगा दी है। गृह मंत्रालय को पत्र लिखा जा रहा है। -अखिलेश सिंह, जिलाधिकारी