सीएम योगी को भेंट किया धर्मेश्वर महादेव मंदिर का प्रतीक चिन्ह
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत ने सीएम योगी से की मुलाकात, रखी तमाम मांगें।
मेरठ। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उन्हें धर्मेश्वर महादेव मंदिर का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। साथ ही उन्होंने 13 सूत्री मांगपत्र भी भेजा। शमन योजना जारी होने में विलंब, खाद्यान्न घोटाले की एसआइटी जाचं के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की अनुमति न मिलने पर उन्होंने सीएम योगी से चर्चा की। मेरठ में स्पोर्ट्स कालेज की स्थापना, सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण, खेल उद्योग पर समान जीएसटी, मूकबधिर विद्यालय सदर व नेत्रहीन विद्यालय शास्त्रीनगर की आधारशिला रखने व कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की भी मांग की। कताई मिल चालू कर उससे लोगों को रोजगार देने व डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या पर 20 लाख का मुआवजा देने, काठ प्रकरण पर एसएसपी के विरुद्ध कार्यवाही करने व शहीद मंगल पांडे डिग्री कालेज में खेल मैदान की जमीन देने समेत अन्य तमाम मांगे रखीं। इसके बाद उन्होंने उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य से मुलाकात कर धर्मेश्वर महादेव मंदिर का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। मेरठ से छतरी पीर-घंटाघर के लिए व नाले को बंद करने के लिए 23 करोड़ 63 लाख रुपए का बजट पीडब्ल्यूडी की ओर से जारी करने को हरी झंडी दे दी। डा. बाजपेयी ने सीएम योगी से रीजनल हवाई कनेक्टिीविटी, किसानों की जमीन का मुआवजा दिलाने व मेरठ में एम्स खोलने की भी मांग की। पहले भी की थी शिकायत
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित होने वाले खाद्यान्न में गड़बड़ी की शिकायत प्रशासन से की थी। प्रारंभिक जांच में भी इसमें गड़बड़ी पकड़ी गई थी। इसके बाद मामले की जांच के लिए शासन स्तर से एसआइटी का गठन किया गया, जो मामले की जांच कर रही।