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CCSU: सीसीएसयू में बोर्ड ऑफ स्टडीज की चल रही है बैठक, तय होंगे यूजी के तीन विषयों के सिलेबस

नए शैक्षणिक सत्र से स्नातक पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा नीति लागू हो रही है। प्रदेश स्तर पर स्नातक के पाठ्यक्रम तैयार कर लिए गए हैं। स्थानीय स्तर पर इस पाठ्यक्रम में 30 फीसद का बदलाव किया जाना है। जिसके लिए विश्वविद्यालय में बोर्ड आफ स्टडीज की बैठकें हो रही हैं।

By Taruna TayalEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 02:54 PM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 02:54 PM (IST)
CCSU: सीसीएसयू में बोर्ड ऑफ स्टडीज की चल रही है बैठक, तय होंगे यूजी के तीन विषयों के सिलेबस
सीसीएसयू में बोर्ड ऑफ स्टडीज की चल रही है बैठक।

मेरठ, जेएनएन। नए शैक्षणिक सत्र से स्नातक पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा नीति लागू हो रही है। इसके लिए प्रदेश स्तर पर स्नातक के पाठ्यक्रम तैयार कर लिए गए हैं। स्थानीय स्तर पर इस पाठ्यक्रम में 30 फीसद का बदलाव किया जाना है। जिसके लिए विश्वविद्यालय में बोर्ड आफ स्टडीज की बैठकें हो रही हैं। शुक्रवार को कला संकाय के तीन विषयों का पाठ्यक्रम तय किया जा रहा है। इसके लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्यों की बैठक चल रही है।

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स्नातक स्तर पर जिन पाठ्यक्रमों को तय किया जा रहा है। उसमें हिंदी, शिक्षा शास्त्र और पेंटिंग ड्राइंग के विषय शामिल हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा ने सभी संकाय अध्यक्षों को पांच जून तक बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक कर पाठ्यक्रम तय करने के लिए कहा है। बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में जो पाठ्यक्रम तय होंगे। उस पर विश्वविद्यालय विद्यालय की विद्वत परिषद की मोहर लगेगी।इसके बाद कार्यपरिषद की संस्तुति के बाद उस पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय और कालेजों के लिए लागू कर दिया जाएगा। विद्यालय में अभी परास्नातक की कक्षाएं चल रही हैं, लेकिन अगले शैक्षणिक सत्र से स्नातक के भी पाठ्यक्रम संचालित किए जा सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय की ओर से जो भी पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है वह कालेज और कैंपस दोनों के लिए समान है।

पूरे प्रदेश में 70 फीसदी पाठ्यक्रम समान

शिक्षा नीति के तहत जो पाठ्यक्रम विश्वविद्यालयों में लागू किया जा रहा है, उसके 70 फ़ीसदी पाठ्यक्रम एक समान रखे गए हैं। इससे छात्र छात्राओं को यह सुविधा रहेगी कि वह एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में जाने पर पाठ्यक्रम को पूरा कर सकेंगे। उन्हें किसी भी प्रश्न पत्र को दोबारा से नहीं पढ़ना होगा। 


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