मेडिकल में शवों के अदला-बदली का मामला, हटाए जा सकते हैं सर्जन Meerut News
Corona patient Dead Body Changed मेडिकल में हुए शव के बदलाव के मामले में सर्जन पर गाज गिरती हुई नजर आ रही है। मेडिकल कॉलेज के प्रार्चाय ने कार्रवाई का मन बना लिया है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना वार्ड में शवों की अदला-बदली की जांच रिपोर्ट पर प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र ने कार्रवाई का मन बना लिया है। वरिष्ठ चिकित्सकों से बातचीत करने के साथ ही उन्होंने सभी पहलुओं पर गौर किया है। इसमें कोविड वार्ड में तैनात एक सर्जन की लापरवाही सामने आई है। प्राचार्य जल्द ही उन्हें कोविड वार्ड से हटा सकते हैं।
मोदीनगर निवासी 84 साल के मरीज का शव मेरठ के 58 साल के मरीज से बदल गया था।
दोनों जांच टीमों ने पाया कि इसमें सिस्टर इंचार्ज की चूक थी। साथ ही कोविड वार्ड में तैनात डॉक्टरों की भी लापरवाही सामने आई। प्राचार्य ने सभी डॉक्टरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया, लेकिन एक सर्जन की भूमिका पर दोनों जांच टीमों ने सवाल खड़े किए हैं। उन्हें मंगलवार को ही कोविड वार्ड से हटाया जाना था, लेकिन शासन की बैठकों में व्यस्तता की वजह से प्राचार्य निर्णय नहीं ले पाए।
आज डीएम को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे सीएमओ
मेडिकल कालेज में शवों की अदला बदली को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है। मेडिकल कालेज की जांच टीम ने डीएम को रिपोर्ट सौंप दी है, लेकिन सीएमओ और एडीएम सिटी की जांच टीम बुधवार को रिपोर्ट देगी। मेडिकल की जांच टीम की रिपोर्ट में सिस्टर इंचार्ज की गलती पाइ गई, जिसे कोविड वार्ड से हटा दिया गया। उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कारवाई की संतुति की गई है। साथ ही 18 डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को बड़ी चेतावनी दी गई है।
उधर, सीएमओ डा. राजकुमार को मंगलवार को मेडिकल कालेज जाना था, लेकिन व्यस्तता की वजह से नहीं पहुंच सके। उन्हें मेडिकल कालेज के अन्य डाक्टरों के भी बयान दर्ज करने हैं। डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि मेडिकल कालेज मामले में कालेज-प्रशासन ने कार्रवाई कर दी गई है। पूरे मामले से अवगत कराते हुए शासन को भी रिपोर्ट भेज दी गई है।