Lockdown: आर्य समाज के सचिव सुशील बंसल बोले, अब घुटन को शब्द नहीं मिल रहे Meerut News
कोविड-19 संक्रमित मरीज मिलने के बाद शहर में पांच मोहल्ले सील कर दिए गए हैं। लॉकडाउन में अपने घरों से थोड़ा-बहुत निकलने वाले लोग अब पूरी तरह घरों में कैद हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोविड-19 संक्रमित मरीज मिलने के बाद शहर में पांच मोहल्ले सील कर दिए गए हैं। लॉकडाउन में अपने घरों से थोड़ा-बहुत निकलने वाले लोग अब पूरी तरह घरों में कैद हैं। सील की घुटन होने लगी है तो अनजाना सा भय भी। बावजूद इस विकट स्थिति से निकलने के लिए उनके हौसलों में कोई कमी नहीं आई है। जिले में 11 हॉट स्पाट में सील हुए हैं। इसमें शहर में पांच हॉट स्पाट में शास्त्रीनगर सेक्टर 13, सराय बहलीम, हुमांयूनगर, सूर्यानगर, हरनामदास रोड के मोहल्ले शामिल हैं।
पॉजिटिव केस के बाद सतर्कता
आर्य समाज के सचिव सुशील बंसल का घर हरनामदास रोड पर ही है। वह बताते हैं कि इस मोहल्ले में विदेश से आई एक महिला की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। वह अभी मेडिकल में उपचाराधीन हैं। हालांकि महिला के सभी स्वजनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि संक्रमित महिला के चलते मोहल्ले में लॉकडाउन के दौरान भी अतिरिक्त सख्ती थी। गुरुवार को सील लगने के बाद इस मोहल्ले के निवासी सुशील बंसल बताते हैं कि मोहल्ले में एक पॉजिटिव केस मिलने के बाद से लोग सतर्क हो गए थे। 72 साल की आयु में यह पहली अप्रत्याशित घटना है। पुलिस प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है।
खुद नहीं ले रहा तनाव
लॉकडाउन में पांच दिन थोड़ी राहत मिली तो लोगों ने राशन आदि खरीद कर रख लिए। सील लगने के बाद मोहल्ले में राशन-सब्जी बांटे जा रहे हैं, लेकिन अभी इसकी कोई कमी नहीं है। पूरे मोहल्ले को सैनिटाइज किया जा रहा है। दृश्य देखकर घुटन सी हो रही है, बयां करने के लिए शब्द नहीं मिल पा रहे हैं। सभी दूर- दूर रह रहे हैं। बंसल आगे कहते हैं कि मैं इस माहौल में भी तनाव नहीं ले रहा हूं। बड़ा बेटा और उसका परिवार साथ में है। दो बेटे बाहर हैं, लेकिन इस हालत में सगे बेटे से मिलना जुलना भी डराने लगा है।