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बागपत में छह दशक पुराने पीपल के पेड़ का सफलतापूर्वक किया प्रतिस्थापन, 10 दिनों की मेहनत लाई रंग

बागपत में पौधारोपण और वृक्ष संरक्षण में जुटी अग्रणी संस्था हरित प्राण ट्रस्ट और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 60 साल के एक पीपल के बड़े पेड़ का प्रतिस्थापन किया गया। परिसर में कृषि विभाग के बीज गोदाम का निर्माण चल रहा है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 08:49 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 08:49 PM (IST)
बागपत में छह दशक पुराने पीपल के पेड़ का सफलतापूर्वक किया प्रतिस्थापन, 10 दिनों की मेहनत लाई रंग
छह दशक पुराने पीपल के पेड़ का सफलतापूर्वक किया प्रतिस्थापन।

बागपत, जेएनएन। ब्लाक परिसर में खड़े दशकों पुराने पीपल के पेड़ को पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी हरित प्राण संस्था के एक अनूठे प्रयास के तहत एक जगह से दूसरी जगह पर प्रतिस्थापन किया गया।पौधारोपण और वृक्ष संरक्षण में जुटी अग्रणी संस्था हरित प्राण ट्रस्ट और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 60 साल के एक पीपल के बड़े पेड़ का प्रतिस्थापन किया गया।

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बिनौली ब्लॉक परिसर में 60 वर्ष का एक पीपल का पेड़ समस्त जीव जंतु और मानव जाति को अपनी निस्वार्थ सेवा दे रहा था। परिसर में कृषि विभाग के बीज गोदाम का निर्माण चल रहा है। जिसकी दीवारों की राह में पीपल का पेड़ आ रहा था। अधिकारियों ने इसे काटने की अनुमति मांगी तो डीएफओ डा. हेमंत सेठ ने इस वृक्ष को काटने की अनुमति नहीं दी। पेड़ पौधों के संरक्षण में लगी संस्था हरित प्राण को इस दुर्लभ काम के लिए तैयार किया गया।

10 दिनों की मेहनत लाई रंग

पहले पेड़ को काट-छांट कर हल्का किया गया और फिर चारों और से मिट्टी में ट्रेंच बनाकर उसने पानी भर दिया गया। करीब दस दिन बाद जब पेड़ संभल गया तो इसके स्थान परिवर्तन को कार्यरूप देना निश्चित किया गया। हरित प्राण और वन विभाग के संयुक्त प्रयास से इस विशालकाय पेड़ का आज दूसरे स्थान पर प्रतिस्थापन किया गया।

जेसीबी और एक क्रेन की सहायता से इस पेड़ को जड़ सहित निकाल कर दूसरे सुरक्षित स्थान पर लगा दिया गया। डीएफओ हेमंत सेठ, हरित प्राण अध्यक्ष डा. दिनेश बंसल, मुकेश चौधरी, रवि चौधरी, सुभाष जैन, महेंद्र गोयल, डा. वैभव जैन, आशीष, राहुल आदि मौजूद रहे।


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