अब कॉलेजों में चाय की दुकान चलाना सीखेंगे छात्र, बनेंगे बिजनेसमैन
छात्रों को अब कॉलेजों में चाय की दुकान चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कम पूंजी में स्टार्टअप शुरू करने के लिए यह ट्रेनिंग दी जाएगी।
मेरठ। अब कॉलेजों में छात्रों को चाय की दुकान चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। आपको यह सुनकर अटपटा लग सकता है लेकिन इसकी योजना तैयार कर ली गई है। कॉलेजों से फीडबैक मांगा गया है। कम पूंजी में स्टार्टअप शुरू करने का प्रशिक्षण देने के लिए यह तैयारी की गई है।
जल्द शुरू होगा काम
मेरठ और सहारनपुर के कुछ डिग्री कॉलेजों में छात्रों के भीतर स्टार्टअप विकसित करने के एक नई योजना बनाई गई है। कॉलेज स्तर पर छात्रों को इंडस्ट्रीज के हिसाब से तैयार किया जा सके, इसके लिए कॉलेजों से फीड बैक लिया जा रहा है। इंडस्ट्रीज संचालक कॉलेजों में विजिट कर रहे हैं। तो दूसरी ओर कॉलेज स्तर पर छात्रों के भीतर कम पूंजी में कैसे अपना स्टार्टअप को आगे बढ़ा सकें। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कॉलेजों में छात्रों के सहयोग से टी स्टाल लगाने की योजना बनाई गई है। इसमें इच्छुक छात्र छोटी पूंजी पर कॉलेज स्तर पर टी स्टाल के माध्यम से स्टार्टअप शुरू कर सकेंगे। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस योजना पर काम शुरू किया जाएगा।
बनाया जाएगा स्मार्ट
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े डिग्री कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र- छात्रओं को स्मार्ट बनाया जाएगा। पढ़ाई के साथ उनके व्यक्तित्व विकास के लिए नियमित रूप से कार्यशाला आयोजित की जाएगी। ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्र तैयार हो सकें। मेरठ और सहारनपुर मंडल से हर साल लाखों की संख्या में छात्र-छात्रएं डिग्री लेकर निकल रहे हैं। कॉलेजों से निकलने वाले अधिकांश छात्र रोजगार की दौड़ में पिछड़ रहे हैं। छात्रों के अंदर कोई हुनर न होने के चलते इस तरह की समस्या आ रही है। ऐसे में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए छात्रों को स्मार्ट बनाने की दिशा में कदम उठाया गया है।
कैसा हो ड्रेस सेंस और हेयर स्टाइल
क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजीव गुप्ता ने इसके लिए कॉलेजों को निर्देश दिया है। ऐसे महाविद्यालय जहां के छात्र स्मार्ट फोन का प्रयोग कर रहे हैं, उन्हें स्मार्ट बनाने के लिए कहा गया है। हर कॉलेज एक विशेष तरीके का कार्यशाला का आयोजन करेंगे। इसमें छात्रों को ड्रेस सेंस, हेयर स्टाइल, उनके खड़े होने, बैठने का तरीका, प्रभावी बोलचाल के विषय में बताया जाएगा। करियर काउंसिलिंग सेल के माध्यम से यह काम पूरा किया जाएगा। ताकि छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के हिसाब से तैयार किया जा सके।