विद्याíथयों ने आनलाइन पृथ्वी दिवस मनाया
स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल के विद्याíथयों ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर डिजिटल लर्निग क्लास पर अर्थ डे मनाया।
मेरठ, जेएनएन। स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल के विद्याíथयों ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर डिजिटल लर्निग क्लास के माध्यम से पृथ्वी दिवस मनाया, जिसमें उन्होंने विचारों को स्लोगन के माध्यम से प्रस्तुत किया
इस अवसर पर विद्यालय द्वारा आनलाइन एक्टिविटी आयोजित की गई, जिसमें विद्याíथयों ने पृथ्वी और उसके पर्यावरण को कैसे बचाएं इस विषय पर अपने विचारों को स्लोगन के माध्यम से प्रस्तुत किया तथा विभिन्न पोस्टर बनाकर अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए जिम्मेदारी निभाते हुए पौधारोपण भी किया। इस प्रतियोगिता में लक्ष्य बंसला, देव तोमर, अर्णव, आर्यन सिंह, आराध्याकार, देववर्धन, आराध्य, वियान, सृष्टि, अभिनव, आरव त्यागी, क्षितिज त्यागी, शिवांगी, मनस्वी, दक्ष धामा, आदित्स पोसवाल, अभिनव, अनिका, अथर्व, दक्ष शर्मा, अंश शर्मा, विवेक मावी, आर्यमन, अंशुमन, काíतक शर्मा, अक्षित आदि ने भाग लिया। विद्याíथयों ने कोरोना महामारी के इस दौर में घर पर रहकर ही खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने का संदेश दिया। साथ ही अधिक से अधिक पौधे लगाकर पृथ्वी को बचाने का आह्वान किया।
विद्यालय के प्रबंधक मनोज रस्तोगी तथा प्रधानाचार्य रीना त्यागी ने भी विद्याíथयों को पृथ्वी की रक्षा के लिए जागरूक किया और कहा कि पृथ्वी दिवस पृथ्वी पर संतुलन बनाए रखने के लिए समर्पित है। यदि हम प्रकृति के नियमों का उल्लंघन करेंगे तो निश्चित ही हमारा जीवन अस्तव्यस्त हो जाएगा।
खरीद केंद्र पर गेहूं की आवक बढ़ी : नगर स्थित मंडी में खरीद केंद्रों पर गेहूं की आवक बढ़ने लगी है। सरकारी केंद्र समेत तीन क्रय केंद्रों पर 22 दिन में 9303 कुंतल गेहूं खरीदा गया है।
नगर स्थित नवीन मंडी में एक अप्रैल से खरीद केंद्र स्थापित कर दिये गए थे, लेकिन गेहूं की फसल में कटायी विलंब से शुरू होने के कारण किसानों ने मंडी की ओर रुख सप्ताह भर बाद किया था। यहां पर खाद्य रसद विभाग के क्रय केंद्र पर 1500 कुंतल, यूपीएसएस के क्रय केंद्र पर 3503 कुंतल और पीसीएफ के क्रय केंद्र पर 4300 कुंतल गेहूं की खरीद हुई है। खाद्य रसद विभाग क्रय केंद्र प्रभारी एसएमआई प्रमोद ने बताया कि शुरू में गेहूं की आवक कम हो रही थी। किसानों से संपर्क किया गया। जिससे किसान गेहूं लेकर आने लगे हैं।