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कर्मचारियों की हड़ताल से पहले सरकार सख्त, कार्य नहीं तो वेतन नहीं

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल के एलान से सरकार झुकने के मूड में नहीं है। हड़ताली कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 01:33 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 01:33 PM (IST)
कर्मचारियों की हड़ताल से पहले सरकार सख्त, कार्य नहीं तो वेतन नहीं
कर्मचारियों की हड़ताल से पहले सरकार सख्त, कार्य नहीं तो वेतन नहीं
मेरठ (जेएनएन)। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारी संगठनों ने 25 अक्टूबर से तीन दिवसीय हड़ताल का एलान किया हुआ है। सोमवार को डीएम ने हड़ताल में शामिल होने वाले सरकारी कर्मियों के लिए निर्देश जारी कर दिए। हड़ताल में शामिल होने वालों का वेतन रोकने के साथ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
संघर्ष जारी है
राज्य कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं। कई बार आश्वासन के बावजूद पूरी नहीं हो सकी। अब विभिन्न संगठनों ने अपनी को लेकर बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करने का एलान किया है। इसी के तहत तीन दिवस हड़ताल पर विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारियों ने 25 से 27 अक्टूबर तक हड़ताल पर रहने की घोषणा की हुई है। कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए सरकार ने भी तेवर तल्ख करते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि कर्मचारियों की आचरण नियमावली के तहत कार्य नहीं तो वेतन नहीं का नियम हड़ताल के दौरान लागू रहेगा। इस दौरान किसी भी कर्मचारी का अवकाश स्वीकार नहीं होगा। हड़ताल के दौरान कर्मचारियों को उकसाने, भड़काने, तोड़फोड़, धीरे-धीरे कार्य करने के लिए प्रेरित करने वाले संगठनों की मान्यता भी वापस ली जाएगी। शांति भंग करने वालों के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई भी जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि हड़ताल के दौरान आमजन को परेशानी न हो और शासकीय कार्य भी प्रभावित न हो, इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
कर्मचारियों को मनाने में जुटे हैं अधिकारी
पुरानी पेंशन बहाली की को लेकर इस बार करीब सौ संगठन हड़ताल में शामिल होने का एलान कर चुके हैं। इसे रोकने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी है। लखनऊ से भी विशेष निर्देश अधिकारियों को प्राप्त है। चार दिन पहले आयुक्त और डीएम ने बचत भवन में गुपचुप कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें हड़ताल टालने की कोशिश की गई, लेकिन कर्मचारी अपनी घोषणा पर अडिग हैं।
पदाधिकारी बोले-पेंशन लेकर रहेंगे
पुरानी पेंशन बहाली मंच के पदाधिकारियों ने सोमवार को एलान कर दिया है कि वह जिला-प्रशासन की चेतावनियों से घबराने वाले नहीं है। यूपी एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफीसर्स एसोसिएशन की बैठक में प्रस्तावित हड़ताल को लेकर मंथन हुआ। कर्मचारी व शिक्षक नेताओं ने साफ कहा कि वह पुरानी पेंशन बहाली के लिए अब कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। मंच के अध्यक्ष राकेश तोमर, संयोजक गिरिजाकांत शर्मा व परिषद के जिला मंत्री बनी सिंह चौहान ने बताया कि 25 एवं 26 अक्टूबर को तहसील मवाना व सरधना के कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी हड़ताल पर रहने के साथ वहीं पर धरना देंगे। तहसील मेरठ व मुख्यालय के कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी चौधरी चरण सिंह पार्क, कमिश्नरी चौराहा में हड़ताल पर रहते हुए धरना देंगे। अंतिम दिन 27 अक्टूबर को जिले के सभी कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी चौधरी चरण सिंह पार्क में एकत्र होंगे। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डीएम को देंगे।

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