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अवैध शराब प्रकरण : बागपत में प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष बोले-विधानसभा में उठाएंगे मामला Baghpat News

बागपत में अवैध शराब से हुई मौतों के बाद सियासत भी गरमा गई है। शुक्रवार दोपहर को कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार सिंह लल्लू ने चमरावल गांव में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 02:13 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 02:13 PM (IST)
अवैध शराब प्रकरण : बागपत में प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष बोले-विधानसभा में उठाएंगे मामला Baghpat News
अवैध शराब प्रकरण : बागपत में प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष बोले-विधानसभा में उठाएंगे मामला Baghpat News

बागपत, जेएनएन। बागपत में अवैध शराब के कारण छह लोगों की मौत के बाद सियासत भी गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार दोपहर को कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार सिंह लल्लू यहां चमरावल गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्‍होंने पीड़ितों को बंद पैकेट में धनराशि दे कर मदद की।

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प्रदेशाध्यक्ष ने शराब पीने से छह लोगों की मौत के प्रकरण को विधानसभा में उठाने व घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराकर डीएम व एसपी को तत्काल निलंबित करने की मांग की। प्रदेशाध्यक्ष ने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और बंद लिफाफा देकर आर्थिक मदद की। चमरावल गांव में शराब पीने से छह लोगों की तीन दिन में मौत हुई थी। ग्रामीणों ने हंगामा किया तो गूंज लखनऊ तक पहुंची। एसपी ने एक्शन लिया, तो कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी। 

बिना किसी सूचना के पहुंचे थे विधायक 

बीते शनिवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक गजराज सिंह टीम संग पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे। प्रशासन के रोकने पर कांग्रेसियों ने धूप में सड़क पर ही धरना दिया था। शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू सिंह पुलिस प्रशासन को चकमा देकर बिना किसी पूर्व सूचना के गांव पहुंचे। पीड़ित परिवारों को सांत्वना व बंद लिफाफे में आर्थिक सहायता कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। बागपत व अन्य जिलों में भी जहरीली शराब का कारोबार हो रहा है। सूबे में जहरीली शराब से 110 लोगों की मौत हो चुकी है। हरियाणा से हो रही शराब तस्करी में सफेदपोशों का हाथ रहता है। प्रशासन सफेदपोशों को पकड़ने के बजाए छुटभैयों पर कार्रवाई कर रही है। कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि बड़े शराब माफियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? सरकार से छह लोगों की मौत का जिम्मेदारी डीएम व एसपी को हटाकर तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए मामले को विधानसभा में उठाने व पीड़ित परिवारों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने की बात कही। पूर्व विधायक पंकज मलिक, वीरेंद्र सिंह गुड्डू, डा. यूनुस चौधरी, राकेश शर्मा, अनिल देव त्यागी, शक्ति सिंह, वकील अहमद, कृष्णा व नइमा आदि शामिल रहे।


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