Move to Jagran APP

स्टेडियम बंद, छत व गांव के मैदान में अभ्यास कर रहे खिलाड़ी

बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 08:10 AM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 08:10 AM (IST)
स्टेडियम बंद, छत व गांव के मैदान में अभ्यास कर रहे खिलाड़ी
स्टेडियम बंद, छत व गांव के मैदान में अभ्यास कर रहे खिलाड़ी

मेरठ,जेएनएन। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किए जाने के बाद खिलाड़ी घर के आस-पास के पार्को, खुले मैदानों, घर की छत आदि जगहों पर अभ्यास कर रहे हैं। विभिन्न खेलों के कोच भी अब खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिग शेड्यूल बनाकर वाट्सएप के जरिए भेज रहे हैं। तमाम खेलों की प्रतियोगिताएं स्थगित हो गई है लेकिन खिलाड़ी अपना अभ्यास जारी रखना चाहते हैं जिससे प्रतियोगिताओं के आयोजन शुरू होने पर वह प्रतिभाग करने के लिए तैयार रहेंगे। इसलिए कोच भी खिलाड़ियों को दूर रहकर भी मार्गदर्शन दे रहे हैं।

loksabha election banner

जिला एथलेटिक संघ के कोच गौरव त्यागी के अनुसार खिलाड़ियों की फिटनेस महीनों की मेहनत पर निर्भर करती है। अभ्यास रुक जाए तो सारी मेहनत बेकार हो जाती है। इसीलिए वह खिलाड़ियों को घर से दूर आने-जाने की बजाय घर में या घर के आस-पास जहां भी जगह मिले अभ्यास करते रहने को प्रेरित कर रहे हैं। इससे खिलाड़ियों की अपने खेल में लय बनी रहेगी। खिलाड़ियों को सामान्य वार्मअप के अलावा उनके खेल के अनुरूप तकनीकी पहलुओं को भी मजबूत करते के तौर-तरीके बताए जा रहे हैं। जिन खिलाड़ियों के पास अपने उपकरण हैं उनके लिए प्रशिक्षण सहज हो जाती है। जिनके पास उपकरण नहीं हैं उन्हें आस-पास व्याप्त संसाधनों के इस्तेमाल के तरीके बताए जा रहे हैं। घर की छत बनी ट्रेनिग ग्राउंड

शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों ने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बाहर निकलना कम या बंद ही कर दिया है। ऐसे में यह खिलाड़ी अपने घर की छत पर ही प्रशिक्षण कर रहे हैं। यहां वार्मअप ही ठीक से हो पाता है। वहीं धावकों को घर के बाहर रास्तों पर दौड़ लगाने के लिए निकलना ही पड़ रहा है। खिलाड़ी भी यह कोशिश करते हैं सुबह रास्तों पर भीड़ लगने से पहले ही वह दौड़ पूरी कर घर लौट सकें। पूरे साल तरसते रहें टीम खेलों के खिलाड़ी

एकल खेलों के खिलाड़ियों को तो कुछ महीनों तक खेलने का मौका मिल भी गया लेकिन टीम इवेंट्स और कांटेक्ट इवेंट के खिलाड़ी पूरे साल खेल व प्रशिक्षण को तरसते रहें। खेल विभाग के बाहर क्रिकेट और फुटबाल की प्रतियोगिताएं तो हुई भी लेकिन स्टेडियम में हाकी, फुटबाल, क्रिकेट, जिमनास्टक, बास्केटबाल, कबड्डी खेल शुरू ही नहीं हो सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.