मेरठ से उड़ान भरने में SpiceJet ने दिखाई दिलचस्पी
मेरठ से उड़ान का शहरवासियों का सपना जल्द पूरा होता नजर आ रहा है। ई बिड के आमंत्रण के बाद स्पाइसजेट एयरलाइंस ने मेरठ से उड़ान भरने में दिलचस्पी दिखाई है।
By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 04:35 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 04:35 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। अगर कवायद इसी गति से बढ़ती रही तो वह दिन दूर नहीं जब मेरठ से भी उड़ान भरने का शहरवासियों का सपना पूरा हो जाएगा। मेरठ के लिए विमान उड़ाने में स्पाइसजेट एयरलाइंस ने सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है। बहरहाल, जिस भी कंपनी के साथ करार होगा उसे 180 दिन में संचालन शुरू करना होगा
सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में हुई बैठक
मेरठ को भी भारत सरकार के उड़ान- रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में शामिल किया गया है। इसके लिए 13 फरवरी को ई-बिड आमंत्रित किया गया था। वहीं इस संबंध में मंगलवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इसमें इंडिगो, स्पाइस जेट, टेकनेम और गो एयर लाइंस के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। ये कंपनियां रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में लगातार दिलचस्पी ले रही हैं। वहीं मेरठ से लखनऊ व प्रयागराज हवा मार्ग के लिए स्पाइसजेट ने अधिक दिलचस्पी दिखाई है। स्पाइसजेट की अन्य मार्गो के लिए भी दिलचस्पी है तभी उस कंपनी ने 500 नए छोटे विमान भी खरीदे हैं।
180 दिन में शुरू करना होगा संचालन
उधर, रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत नियम है कि जिस कंपनी के साथ करार होगा उसे 180 दिन के अंदर संचालन शुरू करना होगा। यानी छह माह के अंदर विमान उड़ाने होंगे। ई-बिड आमंत्रण के साथ ही उड़ान कंपनियों में हलचल तेज हो गई है। सरकार द्वारा जारी कवायद के परिणाम जल्द सामने नजर आने लगेंगे।
जल्द शुरू होगी विमानों की उड़ान : सांसद
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली में हुई बैठक में वह भी शामिल थे। मेरठ में पहले से ही हवाई पट्टी बनी हुई है, इसलिए इसके विस्तार में अधिक समय नहीं लगेगा। उम्मीद है कि छह माह नहीं कुछ ही महीने में इस स्कीम के तहत विमान उड़ने लगेंगे। वहीं यदि कंपनी हवाईपट्टी के विस्तार से पहले भी छोटे विमान उड़ाना चाहेगी तो जल्द ही विमान उड़ सकेंगे।
सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में हुई बैठक
मेरठ को भी भारत सरकार के उड़ान- रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में शामिल किया गया है। इसके लिए 13 फरवरी को ई-बिड आमंत्रित किया गया था। वहीं इस संबंध में मंगलवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इसमें इंडिगो, स्पाइस जेट, टेकनेम और गो एयर लाइंस के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। ये कंपनियां रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में लगातार दिलचस्पी ले रही हैं। वहीं मेरठ से लखनऊ व प्रयागराज हवा मार्ग के लिए स्पाइसजेट ने अधिक दिलचस्पी दिखाई है। स्पाइसजेट की अन्य मार्गो के लिए भी दिलचस्पी है तभी उस कंपनी ने 500 नए छोटे विमान भी खरीदे हैं।
180 दिन में शुरू करना होगा संचालन
उधर, रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत नियम है कि जिस कंपनी के साथ करार होगा उसे 180 दिन के अंदर संचालन शुरू करना होगा। यानी छह माह के अंदर विमान उड़ाने होंगे। ई-बिड आमंत्रण के साथ ही उड़ान कंपनियों में हलचल तेज हो गई है। सरकार द्वारा जारी कवायद के परिणाम जल्द सामने नजर आने लगेंगे।
जल्द शुरू होगी विमानों की उड़ान : सांसद
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली में हुई बैठक में वह भी शामिल थे। मेरठ में पहले से ही हवाई पट्टी बनी हुई है, इसलिए इसके विस्तार में अधिक समय नहीं लगेगा। उम्मीद है कि छह माह नहीं कुछ ही महीने में इस स्कीम के तहत विमान उड़ने लगेंगे। वहीं यदि कंपनी हवाईपट्टी के विस्तार से पहले भी छोटे विमान उड़ाना चाहेगी तो जल्द ही विमान उड़ सकेंगे।
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