ऐसा दिन भी आएगा कूड़ा गायब हो जाएगा, निगम ने तलाश लिया हल
जल्द ही हम कूड़ा मुक्त मेरठ का सपना सच होते देखेंगे। नगर निगम ने कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों के लिए जमीन देख ली है। जल्द इस पर काम शुरू कराने का दावा किया जा रहा है।
मेरठ, जेएनएन। शहर की जनता के लिये खुशखबरी है। शहर में कोने कोने और सड़कों पर फैला कूड़ा अब जल्द गायब हो जायेगा। नगर निगम प्रशासन ने शहर में जिन तीन कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण की योजना बनाई थी उनके लिये शनिवार को जमीन की तलाश पूरी कर ली गई। निगम अफसरों की टीम ने शहर के तीन कोनों पर यह जमीन चिन्हित की है। इन स्थानों पर लगभग 5.25 करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन स्थापित होंगे और डंपिंग ग्राउंड तक कूड़ा ले जाने के लिए कूड़ा कांपेक्टर की खरीद की जायेगी।
अच्छी रैंकिंग लानी है
स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में अच्छी रैंकिंग लाने व शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में एक प्रयास यह भी होता है कि शहर की कूड़ा ट्रांसफर की व्यवस्था मजबूत हो। इसके लिए निगम ने कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाने की तैयारी की है। जिससे कूड़े का भार कम हो जाता है तथा उसे कांपेक्ट करके कम समय में डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाया जा सकता है। नगर निगम प्रशासन ने शहर में तीन स्थानों पर कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाने की योजना बनाई थी। जनवरी 2018 में कमिश्नर की अगुवाई में अवस्थापना निधि की बैठक में इसके लिए 5.25 करोड़ रूपया की स्वीकृति भी प्राप्त की गई थी।
1.50 करोड़ के कांपेक्टर
अवस्थापना निधि में मिली स्वीकृति के मुताबिक तीन करोड़ 75 लाख में तीन स्टेशनों का निर्माण व 1.50 करोड़ रुपये में कांपेक्टर व अन्य उपकरणों की खरीद की जानी है।
जमीन फाइनल, तीनों किनारों पर बनेंगे
नगर निगम के मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी संतोष शर्मा और संपत्ति अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने टीम के साथ शनिवार को शहर भर जमीन की तलाश की। उन्होंने बिजली बंबा बाईपास, सूरजकुंड वाहन डिपो के पास तथा कंकरखेड़ा में सैनिक विहार के डिवाइडर रोड पर नंगलाताशी की जमीन को कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण के लिए चयन किया। इन स्थानों को लेकर देर शाम नगर आयुक्त ने भी अफसरों के साथ बैठक करके मंथन किया।
एक साल में नहीं हो सके टेंडर
धनराशि की स्वीकृति के बाद निगम ने टेंडर प्रक्रिया शुरू की। दो बार टेंडर मांगे गये लेकिन दोनों बार दो एजेंसियों के प्रस्ताव मिले। जिसे फाइनल करने को लेकर निगम प्रशासन असमंजस में है। अब नये सिरे से टेंडर जारी करने अथवा दोनों एजेंसियों से वार्ता करके राशि निर्धारित करने के उपाय पर विचार किया जा रहा है।
अब पैसा लैप्स होने का खतरा
अवस्थापना निधि की राशि का 31 मार्च से पहले इस्तेमाल आवश्यक है। यह राशि लैप्स होने के डर से नगर निगम जागा है।
यहां बनेंगे कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन
- बिजली बंबा बाईपास पर आर्चिड ग्रीन कालोनी के पास।
- सूरजकुंड वाहन डिपो के पास।
- कंकरखेड़ा में सैनिक विहार कालोनी के डिवाइडर रोड पर।
ये होंगे लाभ
- कम समय में ज्यादा कूड़ा डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचेगा
- शहर से निकलने वाला कूड़ा बिखरते हुए नहीं जाएगा
- शहर की सफाई में इजाफा होगा
- नाला सफाई में विशेष सहयोग।
इनका कहना है
शहर में फैले कूड़े को एकत्र करके सुरक्षित तरीके से डंपिंग स्थल तक पहुंचाने के लिए यह व्यवस्था तैयार की जा रही है। ऐसे व्यवस्था अभी आसपास के किसी शहर में नहीं है। जमीन फाइनल कर ली गई है। जल्द एजेंसी का नाम फाइनल करके काम शुरू करा दिया जाएगा।
-मनोज चौहान, नगर आयुक्त