दिल्ली एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम अधीक्षक निकला सॉल्वर गिरोह का सरगना, गिरफ्तार
इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा आयोजित सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाला कस्टम अधीक्षक निकला। एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 04:27 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 04:27 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर तैनात एक कस्टम अधीक्षक पेपर लीक और सॉल्वर गिरोह का सरगना निकला। एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसका नेटवर्क उप्र और हरियाणा में फैला है।
सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में सेंध
एसटीएफ सीओ ब्रिजेश कुमार ने बताया कि रविवार को उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा आयोजित कराई गई थी। बिजली बंबा बाईपास स्थित एस्ट्रॉन कॉलेज में ग्रुप-सी क्लेरिकल केडर की द्वितीय पाली की परीक्षा के दौरान मुजफ्फरनगर जिले के भसाना गांव निवासी विभोर कुमार पुत्र बीरबल को नकल करते पकड़ा गया था। उसके मोबाइल पर वाट्सएप के जरिए आंसर-की भेजी गई थी। नंबर को ट्रेस किया गया तो वह कस्टम अधीक्षक विजय तोमर उर्फ नीटू का निकला। वह मूल रूप से बागपत जिले के बड़ौत कोतवाली क्षेत्रांतर्गत वाजिदपुर गांव का रहने वाला है। मंगलवार को आरोपित मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
पहले भी कर चुका गड़बड़ी
एसटीएफ की मानें तो ग्राम पंचायत की परीक्षा में भी उसने व उसके साथियों ने सेंधमारी की थी। उसके कई साथी इस धंधे से जुड़े हैं। विभोर से सात लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का वायदा किया गया था। हालांकि, वह जांच में फर्जी पाई गई। इससे पहले कई बार पेपर लीक भी करा चुका है।
सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में सेंध
एसटीएफ सीओ ब्रिजेश कुमार ने बताया कि रविवार को उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा आयोजित कराई गई थी। बिजली बंबा बाईपास स्थित एस्ट्रॉन कॉलेज में ग्रुप-सी क्लेरिकल केडर की द्वितीय पाली की परीक्षा के दौरान मुजफ्फरनगर जिले के भसाना गांव निवासी विभोर कुमार पुत्र बीरबल को नकल करते पकड़ा गया था। उसके मोबाइल पर वाट्सएप के जरिए आंसर-की भेजी गई थी। नंबर को ट्रेस किया गया तो वह कस्टम अधीक्षक विजय तोमर उर्फ नीटू का निकला। वह मूल रूप से बागपत जिले के बड़ौत कोतवाली क्षेत्रांतर्गत वाजिदपुर गांव का रहने वाला है। मंगलवार को आरोपित मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
पहले भी कर चुका गड़बड़ी
एसटीएफ की मानें तो ग्राम पंचायत की परीक्षा में भी उसने व उसके साथियों ने सेंधमारी की थी। उसके कई साथी इस धंधे से जुड़े हैं। विभोर से सात लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का वायदा किया गया था। हालांकि, वह जांच में फर्जी पाई गई। इससे पहले कई बार पेपर लीक भी करा चुका है।
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