क्रिकेटर बनने चाहत में घर से भागा सिपाही का बेटा
कानपुर में तैनात सिपाही का बेटे ने क्रिकेटर बनने की चाहत में घर छोड़ दिया। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन से किशोर को ब्रह्मपुरी क्षेत्र में आलोक विहार से बरामद कर लिया।
मेरठ, जेएनएन। कानपुर में तैनात सिपाही का बेटे ने क्रिकेटर बनने की चाहत में घर छोड़ दिया। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन से किशोर को ब्रह्मपुरी क्षेत्र में आलोक विहार से बरामद कर लिया। इंस्पेक्टर रघुराज ने बताया कि कानपुर में तैनात सिपाही भावनपुर थाना क्षेत्र के गांव ज्ञानपुर में रहता है। सिपाही के दो बेटे है, एक बेटा कक्षा 11 तो दूसरा कक्षा नौ में पढ़ता है। छोटे बेटे ने स्कूल जाने से इन्कार कर दिया। उसका कहना था कि वह क्रिकेटर बनना चाहता है, जबकि परिवार के लोग पढ़ाई करने पर दबाव बना रहे है। सोमवार को छोटा बेटा घर से ट्यूशन पढ़ने के लिए साइकिल पर निकला था। ट्यूशन पढ़ने के बाद घर नहीं पहुंचा। स्वजन ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने किशोर के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर छात्र की तलाश शुरू की। मोबाइल की लोकेशन ब्रह्मपुरी के आलोक विहार में आई, जिसके बाद भावनपुर पुलिस ने क्राइम ब्रांच को साथ लेकर छात्र को बरामद कर लिया। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि परिवार की डांट की वजह से घर छोड़ दिया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि किशोर को समझाकर परिवार के लोगों को सौंप दिया है।
अपनी इच्छाओं को बच्चे पर मत डालिए : मनोचिकित्सक राशि अग्रवाल ने बताया कि बच्चों को दोस्त की तरह अपनी बात समझाना चाहिए, बेवजह का दबाव मत डालिए। अपनी इच्छाओं को बच्चे के ऊपर मत डालिए। ऐसे में बच्चा क्षुब्ध होकर घर छोड़ने जैसे निर्णय ले लेता है।
हत्या के मामले में जमानत अर्जी खारिज
न्यायलय जिला जज मयंक कुमार जैन ने हत्या के मामले में आरोपित राजकुमार पुत्र वीर सिंह, वीर सिंह पुत्र कालूराम, अमर सिंह पुत्र कालूराम, रामवीर पुत्र अमर सिंह निवासी गांव अमहेड़ा आदिपुर की अग्रिम जमानत अर्जी को गंभीर अपराध मानते हुए खारिज कर दिया। डीजीसी क्रिमिनल ब्रजभूषण ने बताया कि थाना इंचौली में कुसुम ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उनके बेटे सोनल की शादी करुणा के साथ हुई थी। दंपती में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। करुणा के मायके वाले तीन नवंबर को ससुराल से उसे लेने पहुंच गए। सोनल से पत्नी के मायके जाने का विरोध किया, जिसके बाद भी करुणा अपने मायके चली गई। इसी से क्षुब्ध होकर सोनल ने जहर खाकर जान दे दी। सोनल के परिवार ने ससुरालियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया, जिसमें अदालत ने सभी आरोपितों की जमानत अर्जी खारिज कर दी।