Rapid Rail Project: मेरठ में रैपिड के काम ने पकड़ी रफ्तार,पल्लवपुरम में दो जगहों पर शुरू हुआ मृदा परीक्षण Meerut News
महत्वकांक्षी योजना रैपिड रेल का निर्माण और मृदा परीक्षण का तेज रफ्तार में कार्य चल रहा है। पल्लवपुरम में दो स्थानों पर रैपिड रेल के पिलरों के लिए मृदा परीक्षण का कार्य शुरू हुआ।
मेरठ, जेएनएन। Rapid Rail Project प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना रैपिड रेल का निर्माण और मृदा परीक्षण का तेज रफ्तार में कार्य चल रहा है। इसी कड़ी में पल्लवपुरम में दो स्थानों पर रैपिड रेल के पिलरों के लिए मृदा परीक्षण का कार्य शुरू हो चुका है। शनिवार को गहरे गड्ढे में कैमिकल युक्त पानी को भरने और मिट्टी निकालने का कार्य किया गया। रैपिड रेल के पिलर और उसका फाउंडेशन बनाने का टेंडर दिल्ली की कॉन्टीनेंटल कंपनी के पास है। जहां-जहां फ्लाईओवर के नीचे पिलर लगने हैं, वहां की मिट्टी और कंकरीट का शुरूआती परीक्षण किया जा रहा है।
28 मीटर गहरा और डेढ़ मीटर गोल गड्ढा़
पल्लवपुरम फेज-वन की सर्विस रोड पर दो जगह मृदा परीक्षण का कार्य शुरू किया गया। दोनों जगहों पर 28 मीटर गहरा और डेढ़ मीटर गोल आकार में गड्ढा़ खोदा जा रहा है, जिसमें कैमिकल युक्त पानी को भरा गया है। उसके बाद करीब दस-दस मीटर लंबे लोहे के जाल गड्ढे में डाले जाएंगे। एक गड्ढे में डलने वाले लोहे के जाल का वजन तीन टन होगा। उसके बाद रोड़ी-सीमेंट का घोल तैयार कर उस जाल में मशीनों से भरा जाएगा।
28 दिन बाद होगा चेक
कॉन्टीनेंटल कंपनी के इंजीनियर बृजेश कहते हैं कि दो से तीन दिन में गड्ढे में भरा घोल का कार्य पूरा हो जाएगा। उसके 28 दिन बाद घोल, लोहे का जाल आदि को चेक किया जाएगा। ऊपर से करीब तीन मीटर गहरा मिट्टी और सीमेंट का घोल व लोहे का परीक्षण होगा। उससे तय हो कि जहां पिलर होगा, वहां की जमीन कितना वजन झेल सकती है।
आसपास के लोग देखने आ रहे
मृदा परीक्षण को बड़ी हाईटेक मशीनों से होता देखने के लिए आसपास की कालोनी के लोगों की भीड़ जुट रही है। मगर मौके पर तैनात निर्माणधीन कंपनी के इंजीनियर और गार्ड भीड़ को मशीनों के पास नहीं जाने दे रहे।