मेरठ में रिटायर इंस्पेक्टर के साफ्टवेयर इंजीनियर बेटे ने गोली मारकर की आत्महत्या, सीओ पर लगे गंभीर आरोप
शिव शक्तिनगर में रिटायर इंस्पेक्टर के साफ्टवेयर इंजीनियर बेटे राहुल ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय स्वजन को प्रताड़ित कर रहे थे जिसकी वजह से राहुल ने जान दी।
मेरठ, जेएनएन। शिव शक्तिनगर में रिटायर इंस्पेक्टर के साफ्टवेयर इंजीनियर बेटे राहुल ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय स्वजन को प्रताड़ित कर रहे थे, जिसकी वजह से राहुल ने जान दी। देर रात मुकदमा दर्ज नहीं होने पर परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा कर शव लेने से इन्कार कर दिया।
शिव शक्ति नगर में रिटायर्ड इंस्पेक्टर गजे सिंह रहते हैं। वह मूलरूप से गगोल परतापुर के रहने वाले हैं। उनका बेटा राहुल सिंह नोएडा की निजी कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर था। कोरोना संक्रमण के बाद से वह घर से काम कर रहा था। बुधवार दोपहर डेढ़ बजे घर में स्वजन मौजूद थे। तभी राहुल पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर निकालकर मकान की छत पर पहुंचा और कनपटी से सटाकर गोली मार ली। स्वजन छत पर पहुंचे और लहूलुहान राहुल को केएमसी अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। गजे सिंह ने बताया कि सीओ ब्रह्मपुरी के उत्पीड़न की वजह से राहुल ने आत्महत्या की है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि तहरीर मिल गई है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
कहीं यह वजह तो नहीं
2013 में गजे सिंह सीबीसीआइडी में इंस्पेक्टर पद पर तैनात थे। उसी समय चांदीनगर थाने से जानलेवा हमले की विवेचना उनको दी गई थी। मुकदमे में झूठे फंसाए गए तीन लोगों को उन्होंने क्लीनचिट दे दी थी। जिसकी विवेचना दारोगा उमेश चंद कौशिक भी कर चुके थे। इंस्पेक्टर गजे सिंह की तरफ से उमेश चंद के खिलाफ चांदीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
उस समय उमेश चंद्र बागपत जिले में क्राइम ब्रांच में तैनात थे और अमित राय बागपत में सीओ क्राइम थे, जो वर्तमान में ब्रह्मपुरी सर्किल के सीओ हैं। सीओ के खिलाफ भी गजे सिंह ने शासन को पत्र लिखा था। उस समय सीओ ने सीबीसीआइडी में अपना स्पष्टीकरण पेश भी किया था। शासन ने सीओ का स्थानांतरण कन्नौज और दारोगा उमेश का सहारनपुर कर दिया था। उमेश चंद ने कोर्ट के आदेश पर गजे सिंह समेत कई अफसरों के खिलाफ 2014 में मुकदमा दर्ज कराया था, जो विवेचना में खत्म हो गया था। इसके बाद गजे सिंह ने उमेश के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर बनाने का मुकदमा सहारनपुर के सदर बाजार थाने में दर्ज करा दिया था, जो कोर्ट में विचाराधीन है। गजे सिंह ने बताया कि उक्त मुकदमों में उमेश चंद और सीओ अमित राय समझौते का दबाव बना रहे हैं। उमेश चंद और सीओ ने 19 जनवरी को समझौता नहीं करने पर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसकी शिकायत प्रमुख सचिव गृह, मानवाधिकार आयोग और एडीजी जोन से की थी। बावजूद इसके सीओ घर पर आकर धमकाने लगे थे। सीओ द्वारा गजे सिंह की प्रताड़ना से राहुल परेशान था। इसी कारण उसने आत्महत्या कर ली।
सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने कहा कि राहुल आत्महत्या प्रकरण से हमारा कोई लेना देना नहीं है। परतापुर निवासी युवती ने रिटायर इंस्पेक्टर के करीबियों के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त मुकदमे में परतापुर थाने से आरोप पत्र दाखिल हो गया था। तभी से गजेसिंह खफा चल रहे थे। उन्होंने राहुल की मौत का आरोप हमारे ऊपर लगाया है। शीर्ष अफसर इस पर जांच करा रहे है।