भाई दूज मनाएं या एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हिस्सा लें बहनें
कभी-कभी ऐसा असमंजस खड़ा हो जाता है कि करें तो क्या करें। ऐसा ही कुछ महिला एथलीट्स का हाल है। भाई दूज और प्रतियोगिता में से उन्हें किसी एक को चुनना है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 11:59 AM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 11:59 AM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। इस भाई दूज पर बहनों को भाई के माथे पर टीका लगाने या फिर प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने में से किसी एक को चुनना होगा। नौ नवंबर को भाई दूज है। वहीं प्रदेश स्तरीय सीनियर महिला-पुरुष एथलेटिक्स प्रतियोगिता 10-11 नवंबर को कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में होने जा रही है। इसमें खिलाड़ियों को नौ की शाम तक स्टेडियम में पहुंचकर अपना नाम कंफर्म कराना होता है तभी वे 10 को सुबह प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकती हैं।
कम न रह जाए प्रतिभागिता
मेरठ व आसपास के मंडल से खिलाड़ी किसी तरह पहुंच सकते हैं लेकिन दूर के मंडलों की टीम में खिलाड़ियों की संख्या कम रहने की आशंका जताई जा रही है। विशेष तौर पर महिला खिलाड़ी कम रह सकती है। पारिवारिक माहौल में त्यौहारों को अधिक महत्व दिए जाने के कारण खेल विभाग प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में सभी 18 मंडलों की टीम में खिलाड़ियों की संख्या कम मान कर चल रहा है।
मिलता है नकद पुरस्कार
पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को पदक के स्थान पर नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। ऐसे में खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार के साथ ही उनके लिए डायट के लिए निर्धारित राशि भी नकद में ही प्रदान की जाएगी। इसलिए स्टेडियम में एक साथ खाने की कोई व्यवस्था नहीं की जानी है। जो भी खिलाड़ी मौके पर पहुंचेंगे उन्हें प्रतिभाग करने का अवसर मिलेगा।
कम न रह जाए प्रतिभागिता
मेरठ व आसपास के मंडल से खिलाड़ी किसी तरह पहुंच सकते हैं लेकिन दूर के मंडलों की टीम में खिलाड़ियों की संख्या कम रहने की आशंका जताई जा रही है। विशेष तौर पर महिला खिलाड़ी कम रह सकती है। पारिवारिक माहौल में त्यौहारों को अधिक महत्व दिए जाने के कारण खेल विभाग प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में सभी 18 मंडलों की टीम में खिलाड़ियों की संख्या कम मान कर चल रहा है।
मिलता है नकद पुरस्कार
पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को पदक के स्थान पर नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। ऐसे में खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार के साथ ही उनके लिए डायट के लिए निर्धारित राशि भी नकद में ही प्रदान की जाएगी। इसलिए स्टेडियम में एक साथ खाने की कोई व्यवस्था नहीं की जानी है। जो भी खिलाड़ी मौके पर पहुंचेंगे उन्हें प्रतिभाग करने का अवसर मिलेगा।
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