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साहब, दबंग धमका रहे हैं..1525 ने मागे शस्त्र लाइसेंस

रोक हटी को असलहे के लिए कलक्ट्रेट पर उमड़े आवेदक, आवेदनकर्ता जिलाधिकारी से सिफारिश के लिए खोज रहे जुगाड़। दर्जनों आवेदनों पर जनप्रतिनिधियों ने की है सिफारिश।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 07:00 PM (IST)
साहब, दबंग धमका रहे हैं..1525 ने मागे शस्त्र लाइसेंस
साहब, दबंग धमका रहे हैं..1525 ने मागे शस्त्र लाइसेंस

जागरण संवाददाता, मेरठ। शस्त्र लाइसेंस पर लगी रोक हटते ही कलेक्ट्रेट में आवेदन करने वालों भीड़ लग गई है। आवेदनकर्ता अधिवक्ताओं से फाइल तैयार कराकर शस्त्र काउंटर पर जमा कराने के लिए तैयार हैं। काउंटर पर रोज 30 से 50 आवेदन की फाइल लेकर लोग पहुंच रहे हैं। 1525 लोगों ने नए आवेदन किए हैं।

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प्रदेश में पुलिस से ज्यादा आम नागरिकों के पास शस्त्र लाइसेंस होने पर हाईकोर्ट ने सितंबर 2013 में शस्त्र लाइसेंस पर रोक लगा दी थी। साथ ही जिलाधिकारी को अपने विवेक पर शूटर और आत्मरक्षा के लिए जरूरतमंदों को लाइसेंस जारी करने के लिए कहा था। पिछले पाच सालों में पूर्व डीएम ने करीब गिनती के ही शस्त्र लाइसेंस जारी भी किए। आठ अक्टूबर 2018 को शस्त्र लाइसेंस पर लगी रोक हटते ही शस्त्र के शौकीन और आत्मरक्षा के लिए आवेदन करने वालों की भीड़ कचहरी में लगनी शुरू हो गई। आदेश के दूसरे दिन से ही लोग अधिवक्ताओं से फाइल तैयार कर आवेदन करने लगे। शस्त्र काउंटर पर नियमों को पूछने वालों की भीड़ लगातार लग रही हैं। उधर, लाइसेंस आवेदन कर्ताओं के आवेदन पत्र पर कई स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अपना सिफारिश पत्र लगाया है। जबकि कई लोग जिलाधिकारी से जुगाड़ निकालने के लिए यहां-वहां दौड़ रहे हैं।

व्यापारी और डॉक्टर कर रहे अधिक आवेदन

शस्त्र के लिए आवेदन करने वालों में ज्यादातर व्यापारी और चिकित्सक हैं। आवेदनकर्ता शपथपत्र में दबंग लोगों द्वारा आए दिन धमकी देने की बात कह कर लाइसेंस मांग रहे हैं। व्यापारियों के अनुसार ऐसे में कभी भी उनके ऊपर जानलेवा हमला हो सकता है। आत्मरक्षा के लिए शस्त्र होना जरूरी है।

भगवा गमछा वाले कार्यकर्ता हैं आगे

प्रदेश सरकार के शस्त्र लाइसेंस जारी करने पर लगी रोक हटाते ही कचहरी और कलक्ट्रेट में भगवा गमछा धारकों की भीड़ बढ़ गई है। काफी लोग खुद को सत्ताधारी पार्टी का कार्यकर्ता बताकर लाइसेंस बनाने के लिए पहुंच रहे हैं, जबकि कुछ ऐसे भी हैं जो दूसरे की सिफारिश करने के लिए साथ आते हैं।

आवेदनों को लेकर जिलाधिकारी अनिल ढींगरा का कहना है कि शस्त्र लाइसेंस को लेकर अभी दिशा-निर्देश प्राप्त हो गए हैं। लाइसेंस आवेदकों की जरूरत की जांच करने के बाद नियमानुसार ही शस्त्र का लाइसेंस जारी किया जाएगा।


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