सिख समाज का एलान, इस बार नहीं मनाएंगे दीपावली
गुरु सिंह सभा थापरनगर में मंगलवार को सिख समाज ने लखीमपुर खीरी कांड में मारे गए किसानों व जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए जवानों के लिए अंतिम अरदास की गई।
मेरठ, जेएनएन। गुरु सिंह सभा थापरनगर में मंगलवार को सिख समाज ने लखीमपुर खीरी कांड में मारे गए किसानों व जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए जवानों के लिए अंतिम अरदास की गई। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी चरनप्रीत सिंह ने अरदास कराई। इस मौके पर गुरुद्वारा श्रीगुरु सिंह सभा थापरनगर के प्रधान सरदार रणजीत सिंह नंदा ने कहा कि सिख समाज इस बार दीपावली नहीं मनाएगा। न ही गुरुद्वारे में दीपमाला जलेंगी। समाज इस घटना के विरोध में शोक मनाएगा। योगी सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि जिस तरह पूर्व की बड़ी घटनाओं में सिख समाज के बलिदान को याद किया जाता है, उसी प्रकार लखीमपुर खीरी की घटना में मारे गए किसानों को भी सिख कौम याद रखेगी। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश को जांच सौंपी है। विश्वास है कि वह निष्पक्ष जांच करेंगे।
योगी के साथ, लेकिन केंद्र के बारे में सोचेंगे
प्रधान रणजीत सिंह नंदा ने कहा कि सिख समाज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ है, लेकिन केंद्र का साथ देना है या नहीं, इस बारे में नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि सिख कौम 1947 का बंटवारा और 1984 के दंगे नहीं भूल सकती। इसी तरह लखीमपुर खीरी घटना को भी नहीं भुलाया जा सकता। इस घटना को सिख समाज की अगली पीढि़यां भी याद रखेंगी। उन्होंने शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी देने की मांग रखी।
यह रहे मौजूद
संरक्षक सुरेंद्र सिंह भाटिया, उपाध्यक्ष सरदार रणजीत सिंह जस्सल, महासचिव सरदार हरप्रीत सिंह, सचिव हरप्रीत सिंह, जसवीर सिंह खालसा, डा. मनु भारद्वाज, सोहन सिंह, अमन सिंह, अमनदीप सिंह, जसपाल सिंह जस्सी, अमरजीत सिंह चावला, हरभजन सिंह, गुरवचन सिंह, गुरमिदर सिंह, गुरप्रीत कौर, जोरावर सिंह, जवाहर सिंह, जोगा सिंह, सतनाम कौर, चंचल कौर, मदन सिंह मान, जसमीत सिंह चड्ढा व परविदर सिंह ईशु आदि मौजूद रहे।