सैनिक की गर्दन से गोली निकली, पुलिस की पकड़ से लुटेरे अब भी दूर
लूट का विरोध करने पर सैनिक सुनील चौधरी को गोली मारने वाले बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर हैं। सीसीटीवी कैमरे में कैद होने के बावजूद पुलिस उनके बारे में सुराग तक नहीं लगा पाई है।
मेरठ। लूट का विरोध करने पर सैनिक सुनील चौधरी को गोली मारने वाले बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर हैं। सीसीटीवी कैमरे में कैद होने के बावजूद पुलिस उनके बारे में सुराग तक नहीं लगा पाई है। वहीं, दिल्ली के आमी बेस हॉस्पिटल में उपचाररत सैनिक की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना पुलिस के अलावा सर्विलांस व एसओजी टीम बदमाशों की तलाश में जुटी है।
मूलरूप से बुलंदशहर के जहांगीरबाद थाना क्षेत्र के ग्राम डूंगरा जाट निवासी सुनील चौधरी पुत्र तेज ¨सह गंगानगर बी-335 में पवन कुमार के यहां सपरिवार किराये पर रहते हैं। सुनील चौधरी सेना के 9 जाट रेजीमेंट में हवलदार हैं और फिलहाल असम के रंगिया में तैनात हैं। सुनील 20 फरवरी को ही छुट्टी पर घर आए थे। रविवार शाम पत्नी बीना को स्कूटी सिखाते वक्त पी-पॉकेट स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास लूट का विरोध करने पर स्कूटी सवार दो बदमाशों ने सुनील को गोली मार दी थी। बदमाश सुनील की पत्नी बीना का एक कुंडल लूटकर फरार हो गए। गर्दन में गोली लगने से घायल सुनील को कैंट स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से देर रात उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया।
दो ऑपरेशन से सुधरी हालत
घायल जवान के भाई अनिल ने बताया कि दिल्ली में सुनील के दो ऑपरेशन किए गए। पहला ऑपरेशन सुबह 4 बजे किया, जो करीब ढ़ाई घंटे चला। गोली निकालने के बाद दूसरा ऑपरेशन सोमवार शाम करीब पांच बजे हुआ। अनिल के मुताबिक, चिकित्सकों ने फिलहाल सुनील की हालत को खतरे से बाहर बताया है।
आधा दर्जन से पूछताछ, सीसीटीवी पर फोकस
एसओ रवि चंद्रवाल ने पत्नी बीना की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा आधा दर्जन युवकों से पूछताछ की जा रही है। वहीं, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश जा रही है। सर्विलांस व क्राइम ब्रांच टीम को भी लगाया गया है। रविवार देर रात एसएसपी व एसपी देहात ने घटनास्थल का मुआयना किया था। सेना की ओर से आर्मी इंटेलीजेंस के जवान ने भी घटनास्थल और आसपास के लोगों से बातचीत कर तथ्य जुटाए हैं।