बागपत में साप्ताहिक बंदी में दुकानें तो खुलीं मगर खरीदारों का रहा टोटा
बागपत में बाजार डाउन रहने से व्यापारियों में रहा मायूसी का आलम। पूरा बाजार न खुलने से नहीं पहुंचे ग्राहक।
बागपत, जेएनएन। रक्षाबंधन के पर्व के मद्देनजर रविवार को साप्ताहिक बंदी में मिष्ठान और राखियों की दुकानें तो खुली मगर खरीदारों का भारी टोटा नजर आया। दुकानदार शाम तक ग्राहकों की बाट जोहते रहे मगर इक्का-दुक्का खरीदार ही बाजार में पहुंचा। इससे व्यापारियों में मायूसी का आलम रहा।
रविवार को शहर की सड़के पूरी तरह सूनी रही। सुबह पूरी तैयारी के साथ कामगारों को दोगुना मेहनताना देकर दुकान पर पहुंचे दुकानदारों की चेहरे मुरछाए नजर आए। इस संबंध में बड़ौत व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष अंकुर जैन ने बताया कि जिला प्रशासन ने काफी देरी से बाजार खोलने का निर्णय लिया। शनिवार 11 बजे के बाद डीएम का आदेश सर्कुलेट हुआ, जिससे बाजार खुलने के संबंध में लोगों में असमंजस की स्थिति बनी रही। व्यापारियों की रक्षा बंधन पर बंपर बिक्री आस को जिला प्रशासन की लेट-लफीता से धराशाई हो गई। अब सोमवार को त्योहार के दिन पर ही कुछ उम्मीद टिकी है।
पूरा बाजार न खुलना भी बना कारण
रक्षा बंधन पर मिठाई और रक्षा सूत्रों की खरीदारी के अलावा लोग कपड़े, गिफ्ट, आभूषण आदि सामानों की भी खरीदारी करते हैं मगर चुनिंदा दुकानें ही खुलने के आदेश के कारण लोगों ने बाजार से दूरी बनाए रखी। गांव-देहात के लोगों ने स्थानीय बाजार से ही जरूरी सामान खरीदा और शहर में आने से परहेज किया।
व्यापारियों की मांग पर प्रशासन ने बरती उदासीनता
कोराना संकट काल में आर्थिक रूप से बुरे दौर से गुजर रहे शहर के व्यापारियों को तीज-त्योहारों से उम्मीद की किरण जगी थी। व्यापारी एक पखवाड़े से बकरीद और रक्षाबंधन से पूर्व पड़ रही साप्तहिक बंदी को स्थगित करने की मांग कर रहे थे। जिला प्रशासन ने व्यापारियों की मांग को काफी देर से माना। रविवार को एक दिन के लिए साप्तहिक बंदी टाली गई और मिठाई व राखियों की बिक्री को ही अनुमति देने से बाजार की हवा निकल गई। इसको लेकर व्यापारियों में खासी नाराजगी है।
कई जिलों में टाली गई साप्तहिक बंदी
प्रदेश के कई जिलों में साप्ताहिक बंदी को स्थगित करने का आदेश शुक्रवार को ही जारी कर दिया गया, जबकि बागपत में अंतिम समय तक भ्रम की स्थिति बनी रहने से लोगों बाजार में खरीदारी करने नहीं पहुंचे। इससे दुकानदारों को मोटा नुकसान हुआ है।